आँखों को स्वस्थ बनाना है तो करिये ये काम,नहीं लगेगा चश्मा

आँखे हमारे शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ऑंखें ही हमें हसीन दुनिया से रूबरू करती है। लेकिन ज्यादातर लोग अपनी आंखों की देखभाल की ओर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं और आमतौर पर कोई समस्या होने पर आंखों पर ध्यान दिया जाता है। आज के डिजिटल जमाने में डिजिटल उपकरणों के अत्यधिक उपयोग और बहुत अधिक प्रकाश के संपर्क में आने से हम अपनी आंखों को तनाव में डालते हैं। इसके अलावा, डायबिटीज जैसे रोग जो खराब जीवनशैली विकल्पों और आदतों से बढ़ जाते हैं, हमारी आंखों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं।

आज हम आपको कुछ ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के बारे में बता रहे हैं जो आपकी आंखों के लिए बहुत बहुत लाभकारी होते हैं और आंखों के विकारों के इलाज के लिए उपयोगी हैं-


1) त्रिफला
ये 3 मुख्य औषधियों से बना होता है। त्रिफला आपकी आंखों की दृष्टि को मजबूत बनाने के लिए सबसे अच्छे आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में से एक है और कई नेत्र रोगों से भी बचाता है और इसके बहुत सारे उपयोग हैं। आप त्रिफला को त्रिफला चूर्ण के रूप में उपयोग कर सकते हैं। रोजाना सुबह आंखों को त्रिफला के पानी से धो लें। त्रिफला चूर्ण 1 बड़ा चम्मच रात को लें।

2.) जटामांसी
हिमालय में पाया जाने वाला, जटामांसी वेलेरियन परिवार से संबंधित एक फूल वाले पौधे की जड़ है जिसे स्पाइकेनार्ड (जैविक नाम: नारोस्तोस्तचिया जटामांसी) के रूप में जाना जाता है। यह न्यूरो-मनोवैज्ञानिक विकारों और त्वचा रोगों को ठीक करने के लिए जानी जाने वाली एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। इस जड़ी बूटी के तेल का उपयोग इत्र और दवा के रूप में किया जाता है। यह जड़ी-बूटी तनाव के लेवल को कम करती है और दृष्टि में सुधार करती है। पद्मकाठ, मुलेठी, जटामांसी तथा कालीयक को ठंडे पानी में पीसकर छानकर उससे आंखों को धोने से आंखों संबंधी रोगों में लाभ होता है।

3.) भृंगराज

भृंगराज एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो बालों के लिए अद्भुत तरीके से काम करती है। यह बालों के लिए तो लाभकारी है ही लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि यह आपकी आंखों की हेल्‍थ के लिए भी रामबाण है। यह आंखों की लंबी उम्र और कायाकल्प के लिए काम करती है।आंखों की सेहत के लिए भृंगराज के पत्तों को धूप में सुखाकर पीस लें। फिर इसे पीसकर इसका चूर्ण बनाएं। अब इसमें से थोड़ा चूर्ण लेकर थोड़ा सा शहद और गाय का घी मिलाकर नियमित रूप से सेवन करें। ऐसा करने से आंखों की रोशनी बेहतर होती है।

4.) मोरिंगा
मोरिंगा के पौधे के कई नाम हैं जैसे चमत्कारी पेड़, बेन तेल का पेड़, सहजन का पेड़ और सहिजन का पेड़। इसके औषधीय गुणों का प्रयोग सदियों से होता आ रहा है। सर्वश्रेष्ठ एंटीऑक्सीडेंट और कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर जड़ी-बूटी है। मोरिंगा के हाई एंटीऑक्सीडेंट लेवल में आंखों की रोशनी में सुधार करने वाले गुण होते हैं। मोरिंगा रेटिना वाहिकाओं के फैलाव, केशिका झिल्ली को मोटा होने और रेटिना की शिथिलता को रोक सकता है।

मोरिंगा का स्वाद इतना मजबूत नहीं होता है और हर चीज में थोड़ी कड़वाहट और घास जैसा स्वाद मिलाता है। इसे ध्यान में रखते हुए, इसे एक हेल्‍दी फ्रेश ड्रिंक के रूप में पानी, शहद और नींबू के साधारण मिश्रण में मिलाया जा सकता है।

अपनी आँखों की रौशनी बढ़ाने के लिए, हमें अपने दैनिक जीवन में कुछ खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए जैसे बादाम, गाजर, बेल पेपर, सूरजमुखी के बीज, हरी पत्तेदार सब्जियां और हां नॉन वेजिटेरियन लोगों के लिए- मछली सबसे अच्छी है। अपनी दृष्टि में सुधार के लिए इन्हें भी डाइट में शामिल करें। आप भी अपनी आंखों को हेल्‍दी रखने के लिए इन जड़ी-बूटियों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। यह आर्टिकल आपकी जागरूकता के लिए है। इसे किसी डॉक्टर के परामर्श के तौर पर न लें। आँखों में कोई भी समस्या होने पर चिकित्सक से जरूर मिलें।

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