अमेरिका के राष्ट्रपति ने एक चिठ्ठी से बंद किया तुर्की का हमला , जाने पूरा मामला…

आज के समय में अमेरिकी राष्ट्रपति को दुनिया का सबसे ताकतवर व्यक्ति मन जाता हैं. देखा जाए तो डोनाल्ड ट्रंप ने इ बात को पूरी तरह से साबित कर दिया हैं. वहीं सीरिया और तुर्की के बीच जंग छिड़ी हुई हैं.

 

 

बतादे की डोनाल्ड ट्रंप की एक चिट्ठी ने वो कर दिया जो दुनिया के बड़े-बड़े देशों की अपील नहीं कर पाई थी. अमेरिका के उपराष्ट्रपति, विदेश मंत्री गुरुवार को तुर्की में थे और तुर्की के राष्ट्रपति के साथ मिलकर इस सीज़फायर को साइन किया गया.

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वहीं अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस की मौजूदगी में तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन के साथ समझौता हुआ. अब तुर्की की ओर से कुर्दिश लड़ाकों को कुल 5 दिनों का वक्त दिया गया है.

जहां इस बीच तुर्की कोई हमला नहीं करेगा और कुर्दिश लड़ाके सेफ ज़ोन में जा सकेंगे. तुर्की पिछले 10 दिनों से उत्तरी सीरियाई इलाकों में लगातार बम बरसाने का काम कर रहा था, जिसकी वजह से हालात काफी खराब थे.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी ओर से उपराष्ट्रपति माइक पेंस, विदेश मंत्री माइक पोम्पियो को तुर्की भेजा था. इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर तुर्की को धमकी दी थी, अगर हमला नहीं रोका गया तो वे तुर्की की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देंगे.

दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने एक अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं. जब गुरुवार को उन्होंने तुर्की के राष्ट्पति को बातचीत के लिए चिट्ठी लिखी तो दुनिया हैरान हो गई.

डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि वह बिल्कुल नहीं चाहते हैं कि उनके हाथों तुर्की की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो, आप (रेचेप तैय्यप एर्दोगन) हमला रोकें, इतना टफ ना बने और बेवकूफाना हरकत ना करें. मैं आपसे बाद में बाद करता हूं.

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