अफगानिस्तान आतंकी हमलों पर सफाई पेश करेगा पाकिस्तान, संबंधों को सुधारने की होगी कोशिश

पाकिस्तान की राजधानीइस्लामाबाद। अफगानिस्तान का एक शीर्ष प्रतिनिधिमंडल बुधवार को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंचा और यह प्रतिनिधिमंडल दोनों देशों के बीच सहयोग को लेकर पाकिस्तानी अधिकारियों से बातचीत करेगा।

विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल में अफगान के गृहमंत्री वायस अहमद बरमाक और राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय के प्रमुख मासूम स्तनिकजई शामिल हैं।

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ये लोग अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी का संदेश लेकर इस्लामाबाद पहुंचे हैं और सहयोग पर चर्चा करेंगे।

टोलो न्यूज ने राष्ट्रपति पैलेस के हवाले से बताया, “प्रतिनिधिमंडल हाल में हुए काबुल हमले के संबंध में पाकिस्तान को सबूत सौपेगा। सूत्रों ने दावा किया कि सबूत को पाकिस्तानी सेना के साथ साझा किया जाएगा, लेकिन इस संबंध में अन्य जानकारी नहीं दी गई।”

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के सैन्य परिसर में 29 जनवरी को हुए हमले में 11 अफगान सैनिकों की मौत हो गई थी। हाल के दिनों में काबुल में यह तीसरा सबसे बड़ा हमला था। हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट(आईएस) ने ली थी।

इससे पहले 27 जनवरी को एक तालिबानी आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी ऐंबुलेंस को भीड़ में उड़ा दिया था, जिससे कम से कम 103 लोग मारे गए थे और 235 से ज्यादा घायल हो गए थे। मृतकों में अधिकतर नागरिक थे।

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आईएस ने 24 जनवरी को ‘सेव द चिल्ड्रेन’ के कार्यालय पर भी हमला किया था, जिसमें पांच लोग मारे गए थे और 26 अन्य घायल हो गए थे। घटना के बाद संगठन को पूरे देश में अपने कार्य को स्थगित करने पर मजबूर होना पड़ा था।

इससे पहले 20 जनवरी को, तालिबान ने काबुल के प्रसिद्ध इंटरकांटिनेंटल होटल पर हमला किया था, जिसमें 25 लोग मारे गए थे।

इस माह लगातार हुए हमले के बाद, कई विदेशी संगठन, मानवीय समूह अफगानिस्तान में अपने कार्य संचालन को लेकर पुनर्मूल्यांकन कर रहे हैं।

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