अनोखी है इस मंदिर की परंपरा, जिसे देख आपके उड़ जाएंगे होश…

भारत देश में अनोखी परंपराओं की कमी नही है। ठीक इसी प्रकार अनोखे मंदिरों की भी कमी नही है। खास बात ये है कि, दक्षिण भारत में मंदिरों की शैली सबसे अलग और अद्भुत है।

यहां की परंपराएं भी सबसे अलग ही होती हैं। यहां स्थित एक ऐसा मंदिर भी है जहां रोगों से दूर रहने के लिए मिर्ची से अभिषेक किया जाता है। अनोखी है इस मंदिर की परंपरा

दरअसल, वर्ना मुथु मरियम्मन मंदिर तमिलनाडु के सबसे बड़े जिले वेलुप्पुरम में विश्व प्रसिद्ध ऑरोविले इंटरनेशनल टाउनशिप के पास एक गांव इद्यांचवाडी में स्थित है।

यहां प्रतिवर्ष 8 दिनों तक ऐसा त्योहार मनाया जाता है, जिसमें मिर्ची का अभिषेक देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। ये लोगों के स्वस्थ रहने की कामना के लिए किया जाता है।

मंदिर की परंपरा के अनुसार यहां के तीन सबसे वरिष्ठ लोग पहले अपने हाथ में कंगन धारण करते हैं और फिर दिनभर उपवास रखते हैं। इसके बाद उनका मुंडन संस्कार होता है।

फिर पुजारी उन्हें देवताओं की तरह पूजा स्थान पर बैठाकर उनकी पूजा की जाती है।

फिर उनका विभिन्न सामग्रियों से अभिषेक किया जाता है। इसमें चंदन, कुचले हुए फूल आदि शामिल होते हैं।

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इसके बाद मिर्ची का अभिषेक होता है । इसमें तीनों को मिर्च के लेप से स्नान कराया जाता है। उससे पहले इन्हें मिर्च का लेप खिलाया जाता है।

इसके बाद आखिर में उन्हें नीम के जल से स्नान कराकर मंदिर के अंदर ले जाया जाता है। यहां उन्हें जलते हुए अंगारों पर चलना होता है। बताया जाता है कि यह परंपरा करीब 85 सालों से निभायी जा रही है।

हरिश्रीनिवासन को 1930 में स्वयं भगवान ने दर्शन देकर यहां के लोगों को रोगों से दूर रखने के लिए इस परंपरा को निभाने का आदेश दिया था। तब से यह परंपरा निभायी जा रही है।

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