वैज्ञानिकों की इस अनोखी खोज से अब संभव है टूटी हड्डी को जोड़ना, जानें कैसे

अब आप हैडिंग पढ़कर तो अंदाजा लगा ही चुके होंगे की इस आर्टिकल में आपके लिए क्या खास है। हादसा तो किसी के साथ भी हो सकता है, पर दर्द तब होता है जब अचानक किसी हादसे में आपकी हड्डी टूट जाए। हड्डी टूटने के दर्द बहुत ही भयंकर होता है ये तो आप सभी को पता होगा। वैसे ही हड्डी के टूटने के बाद चाहे उसे कैसा भी ट्रीटमेंट क्यों ना दे लेकिन उसकों जुड़ने में लगभग तीन से चार महिने तो लग ही जाते हैं।

वैज्ञानिकों की इस अनोखी खोज से अब संभव है टूटी हड्डी को जोड़ना, जानें कैसे

अगर आपका केस ज्यादा गंभीर हो तो इससे भी अधिक समय लग सकता है। लेकिन हाल ही में अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मायरलैंड और ह्यूस्टन के रायस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 3डी प्रिंटेड मेटेरियल बनाया है, जो हड्डी को कम समय में ही जोड़कर तैयार कर देता है। तो आईए जानते है वैज्ञानिक से कि आखिर यह 3डी प्रिंटेड मेटेरियल काम कैसे करेगा।

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बता दें की ये 3डी प्रिंटेड मेटेरियल को हड्डी के बीच में लगाया जायेगा, तो सेल्स के साथ मिलकर हिलने डुलने में मदद करेगा। हड्डी को ठीक हो जाने के बाद यह बिना कोई नुकसान पहुंचाये अंदर ही घुल जायेगा,जिससे मरीज को कोई प​रेशानी भी नही होगी। ये 3डी प्रिंटेड को इस प्रकार से बनाया गया है, जो बाहर तो किसी ठोस की तरह दिखता है।

लेकिन हड्डी में लगाने के बाद जब हड्डी ठीक हो जायेगी तो यह खुद ही लिक्विड में बदल जाता है। जो आसानी से शरीर में घुल जाता है। अभी शोधकर्ता इस तकनीक को और भी बेहतर बनाने के लिए इस पर काम कर रहे हैं। यही कारण है कि 3डी प्रिंटेड मेटेरियल को सॉफ्ट पोलीमर से तैयार किया गया है।

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वैज्ञानिक ने भी बताया है कि इस 3डी प्रिंटेड मटेरियल या उपयोग सबसे पहले किसी स्पोर्टस पर्सन्स के घाव को ठीक करने में इस्तेमाल किया जायेगा और अभी भी साइंटिस्ट इसके पार्ट्स और डिजाइन को और भी बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं।

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