अनिंद्रा की बीमारी का इलाज है ये आयुर्वेदिक काढ़ा, करेगा बुद्धि का विकास

अनिंद्र की बीमारीअनिंद्र की बीमारी में व्यक्ति को ठीक प्रकार से नींद नहीं आती।  इस बीमारी की वजह से व्यक्ति को और भी कई प्रकार की बीमारियाँ होने की सम्भावना बनी रहती है। इस रोग के कई कारण हो सकते है जैसे कॉफ़ी और चाय का अधिक मात्रा में प्रयोग करना, अधिक सोच–विचार करना , ताज़ी हवा की कमी और भारी काम करना। यदि कोई भी व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है तो उसे कभी भी नींद की गोलियों का उपयोग नहीं करना चाहिये। बल्कि इस रोग का उपचार आयुर्वेदिक तरीके से करना चाहिये।

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नींद न आने के लक्षण और पहचान:

  1. बैचनी रहना, दिमाग शांत न होना , आँखे लाल होना
  2. अधिक सोच विचार, किसी भी कार्य में मन न लगना.

उपाय:- अगर नींद अच्छी नहीं आती है तो आप रात्री में एक गलास दूध में थोडा घी डालकर पी जाएँ, दूध पीने के बाद 15 मिनट तक धीरे-धीरे टहल कदमी करें , फिर अपने बिस्तर पर जाकर लेट जाये , दिमाग को शांत रखे और सो जाये , आपको गहरी नींद आएगी।

रात्री में हमेशा आपका सिरहाना (आपका सिर ) पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए, इसके कई वैज्ञानिक कारण है. ऐसा करने से आपको नींद अच्छी आएगी और बुद्धि का विकास होगा।

हमेशा पॉजिटिव रहे , जिन्दगी को खुशहाल कैसे बनाये और कैसे दूसरों के काम आये, ऐसा विचार करे तो जल्दी नींद आएगी।

अगर आप विद्यार्थी है तो अपनी पुस्तकों का अध्ययन करें, आपको जरूर अच्छी नींद आएगी।

रात्री में सोने से पहले गुनगुने पानी में अपने पैर साफ़ करें. ऐसा करने से आपको नींद अच्छी आएगी।

रात्री में थोड़ी से अश्वगंधा, सर्पगंधा और जरा सी भांग का मिश्रण बनाकर सादे पानी से लें, ऐसा करने से भी आपको अच्छी नींद आएगी।

प्रतिदिन कसरत करे जिससे शरीर से पसीना निकले और आपकी अनर्जी खर्च हो, ऐसा होने पर थकान होगी और आपको जल्दी और गहरी नींद आएगी।

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आयुर्वेदिक उपाय-

  1. मेधा क्वाथ

बनाने की विधि:- एक बड़े बर्तन में 400 मिलीलीटर पानी लें और इस पानी में एक चम्मच मेधा क्वाथ की मिलाकर धीमी–धीमी आंच पर पकाएं।  कुछ देर पकाने के बाद जब इस पानी की मात्रा 100 मिलीलीटर रह जाए तो इसे छानकर सुबह और शाम के समय पीयें।

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