अडानी विल्मर सुपोषण को मिला गोल्ड स्टैंडर्ड अवार्ड, इस वजह से हुए सफल

अहमदाबाद। अडानी विल्मर के प्रोजेक्ट सुपोषण को प्रतिष्ठित पब्लिक अफेयर्स एशिया (पीपीए) गोल्ड स्टैंडर्ड अवार्ड फॉर कॉपोर्रेट सिटिजनशिप (कम्युनिटी रिलेशंस) दिया गया है। सुपोषण ने 11 राज्यों के 2 लाख से ज्यादा घरों तक पहुंच बनाई है। यह पहल मुख्य रूप से 0.5 साल की उम्र के बच्चों, किशोरियों, स्तनपान करा रही मांओं, गर्भवती महिलाओं और प्रजनन की उम्र वाली महिलाओं पर केंद्रित है।

अडानी फाउंडेशन द्वारा क्रियान्वित सुपोषण प्रोजेक्ट को यह पुरस्कार हांगकांग में 6 दिसंबर को आयोजित 10वें गोल्ड स्टैंडर्ड अवार्डस में दिया गया।

अडानी फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ. प्रीति अडानी ने कहा, “हमें इस प्रतिष्ठित अवार्ड के साथ अपनी उपलब्धियों की सूची में एक और उपलब्धि जोड़कर गर्व महसूस हो रहा है।

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हम अपनी विभिन्न पहलों के माध्यम से जिंदगियों को बदलने की दिशा में अपने प्रयासों को जारी रखेंगे। अडानी फाउंडेशन का विश्वास लोगों को सशक्त बनाकर स्थायी बदलाव लाने में है। प्रोजेक्ट ‘सुपोषण फॉर ए हेल्दी ग्रोइंग नेशन’ एक बेहतर भारत विकसित करने की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”

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सुपोषण के जरिये, अडानी फाउंडेशन ने सफलतापूर्वक 14.8 लाख की आबादी तक पहुंच बनाई है। इसमें 0.5 साल के 62,000 बच्चे, 59,000 से ज्यादा किशोरियां और प्रजनन की उम्र वाली 138,000 से अधिक महिलाएं शामिल हैं। 2018 में, 1060 गांवों, 5 वार्डो और 85 शहरी झुग्गियों तक इस प्रोजेक्ट के तहत पहुंच बनाई गई है।

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