हारी हुई लड़ाई लड़ रहे जागरण के मालिकान, डाले हथियार

  • सहारा श्री पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय के रुख के बाद मचा हड़कंप

exclusiveनई दिल्ली/नोएडा। मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशें लागू कराने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे दैनिक जागरण के कर्मचारियों के सामने अखबार मालिकानों ने हथियार डाल दिए हैं। पांच राज्यों दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश ( नोएडा यूनिट ) के कर्मचारियों के बुलंद हौसलों से मजीठिया वेज बोर्ड की लड़ाई अब पूरी तरह कर्मचारियों के पक्ष में आ गयी है। माननीय सर्वोच्च न्यायालय में हुई पिछली सुनवाई के बाद जिस तरह सभी राज्यों के श्रम आयुक्तों ने बेहद सतर्कता व तेजी के साथ काम करना शुरू किया है, उससे मालिकानों को स्पष्ट पता चल गया है कि अब लड़ाई के मैदान से वे पूरी तरह बाहर हो चुके हैं। आंदोलित कर्मचारियों ने भी अपने-अपने राज्यों में श्रम आयुक्तों से सम्पर्क साधकर उन्हें माननीय न्यायालय के फैसले के बारे में जानकारी दी है। कर्मचारियों ने जिला श्रम कार्यालयों में भी अपने पक्ष को मजबूती से रखा है। दैनिक जागरण नोएडा के आंदोलित कर्मचारी भी जिला श्रम कार्यालय में अपने हक़ की लड़ाई को पूरी ताकत से लड़ रहे हैं। हाल ही में माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने जिस तरह सहारा प्रमुख के मामले में कड़ा रुख दिखाया है उससे भी दैनिक जागरण के मालिकानों में हड़कंप का माहौल है। कर्मचारियों के आंदोलन को लाख साजिशों के बाद भी तोड़ पाने में विफल रहने पर जागरण के मालिकानों ने आंदोलन से प्रभावित हिसार और लुधियाना यूनिट के जनरल मेनेजर को बदल दिया है। इसे जागरण की सबसे बड़ी हार माना जा रहा है। अपने हक़ के लिए आंदोलित कर्मचारियों ने रविवार को नोएडा के सेक्टर 62 स्थित एक पार्क में बैठक कर रणनीति पर चर्चा की और आंदोलनकारियों में जोश भरा। बैठक में दैनिक जागरण एम्प्लाइज यूनियन के नेताओं ने कहा कि अखबार मालिकों को हाल ही में माननीय उच्चतम न्यायालय के सहारा श्री के खिलाफ लिए गए कड़े रुख और 14 मार्च की सुनवाई के बाद समझ में आ गया है कि अब उन्हें हर हाल में कर्मचारियों को उनका हक़ देना होगा। बैठक में यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष श्री नरवीर सिंह ने सभी आंदोलनकारियों को विश्वास दिलाया कि कर्मचारी इस लड़ाई को अवश्य जीतेंगे।

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