नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर हमला किया है। दरअसल अपने बड़बोलेपन के कारण वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निशाने पर आ गए थे जिसके कारण कुछ समय तक उन्होंने चुप्पी साध ली थी लेकिन अब उनका बयान आया है और उसे भाजपा संगठन के लिए विरोधाभासी माना जा रहा है।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर की भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि यह गठबंधन एक तरह का प्रयोग था जिसका असफल होना लगभग तय था। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी ने कश्मीर से धारा 370 खत्म करने का वादा किया था। जिस पर अब पीएम मोदी का रुख कुछ बदला हुआ नजर आ रहा है। स्वामी ने इसे याद दिलाते हुए कहा कि यह गठबंधन असफल होना तय है।
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अब तो महबूबा मुफ्ती सरकार का अंत आ गया है। उन्होंने राज्य में राज्यपाल का शासन लगाने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि पीडीपी और भाजपा गठबंधन सरकार का असफल होना तय था जो हो गया। दरअसल उन्होंने यह बात एक टेलीविजन चैनल को दिए गए साक्षात्कार में कही।
इससे पूर्व में सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार को चेतावनी जारी की थी स्वामी ने कहा था कि सरकार दक्षिण चीन सागर विवाद में संयुक्त राष्ट्र न्यायाधिकरण की ओर से दिए गए आदेश का सावधानी से आकलन करे। स्वामी ने यह भी कहा था कि उन्हें ऐसा इसलिए लग रहा है क्योंकि हो सकता है कि कल इस तरह का कोई न्यायाधिकरण जम्मू कश्मीर पर भी बिठा दिया जाए। इसको लेकर स्वामी ने ट्वीट में कहा था कि अमेरिका ने 1986 में निकारागुआ आक्रमण पर संयुक्त राष्ट्र न्यायाधिकरण की ओर से की गई इसी तरह की जांच और फैसले को मानने से इनकार कर दिया था।
न्यायाधिकरण के इस आदेश का भारत को सावधानी से आकलन करना चाहिए। न्यायाधिकरण के आदेश में कहा गया है कि दक्षिण चीन सागर में द्वीपों पर चीन के ऐतिहासिक अधिकार के दावे का कोई कानूनी आधार नहीं है।