सिगरेट उद्योग पर कर बढ़ाना चिंता का विषय : आईटीसी

सिगरेट पर करकोलकाता। आईटीसी लिमिटेड ने शुक्रवार को कहा कि सिगरेट पर कर में लगातार वृद्धि उद्योग के लिए चिंता का विषय है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और कार्यकारी निदेशक संजीव पुरी ने 106वें वार्षिक आमसभा में शेयरधारकों के सवाल का जवाब देते हुए कहा, “सिगरेट पर पिछले छह सालों से कर में लगातार वृद्धि उद्योग के लिए चिंता का विषय है। इस दौरान करों में 202 फीसदी की वृद्धि हुई है।”

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उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अवैध सिगरेट की उपलब्धता में तेजी आई है।

पुरी ने कहा, “सिगरेट पर चबाने वाले तंबाकू से ज्यादा कर लिया जाता है, इसलिए उपभोग में बदलाव आया है। यह प्रचलन चिंता का विषय है।”

कंपनी के मुताबिक, आम बजट 2017 में सिगरेट पर उत्पाद कर में वृद्धि और अब जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) के तहत प्रभावी कर की दरें 20 फीसदी तक हो गई हैं।

कंपनी के होटल कारोबार के बारे में उन्होंने कहा, “हम मानते हैं कि यह एक ऐसा क्षेत्र है, जो विकास के लिए तैयार है, क्योंकि भारतीय आर्थिक वृद्धि दर सुधर रही है।”

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