सानिया मिर्जा-“स्लिम नहीं है सेक्सी होना”
एजेंसी/ कुछ समय पहले लगातार जीत का रिकॉर्ड बनाने के बाद टेनिस सनसनी सानिया मिर्जा की जोड़ी को इन दिनों कुछ मैचों में हार का सामना करना पड़ा है, कोर्ट के इतर वह काफी खुलकर बोलती रही हैं।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि उनकी नजर में किसी महिला का मजबूत होना ही सेक्सी होना है न कि स्लिम या स्किनी। उन्होंने कहा, “मैं समझती हूं कि हर किसी का फिटनेस के साथ अपना हिसाब-किताब होता है। हर कोई स्टारडम, जिंदगी और अपने करियर को अपने हिसाब से देखता है। मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो किसी एक चीज पर ही सही गलत तय कर लेते हैं।”
हाल की हार पर सानिया ने कहा, “पिछले हफ्ते नोवाक उस खिलाड़ी से हार गए जिसको वह कई बार आसानी से हरा चुके थे। आपको आगे बढ़ने की जरुरत होती है। जब आप जीत रहे होते हो तो आपको शीर्ष पर बने रहने के लिए ज्यादा मेहनत करनी होती है। कभी-कभी अपने दिमाग को रिलेक्स देना होता है। मोटिवेशन के साथ-साथ जमकर ट्रेनिंग कर रहे हैं। हमने 12 दिन की सॉलिड ट्रेनिंग ली है और हम फिर से कोर्ट पर लौटने को बेताब हैं।”
उन्होंने कहा, “मैं जानती हूं कि अगर जिम नहीं जाऊं तो वजन काफी बढ़ जाएगा। इसी काम ने मुझे नंबर वन बनाया। इसी कारण मेरा करियर यहां तक पहुंचा। मेरे पास अभी 10 साल तक का समय है, चाहे वह एकल हो या युगल।”
पिछले 5 मैचों में सिर्फ 2 मैच जीतने वाली इस हैदराबादी बाला ने कहा, “टेनिस मेरी प्राथमिकता है। अगर मेरे पास टेनिस नहीं है तो मैं कुछ भी नहीं हूं। मुझे लगता है कि कोई भी मेरी फोटो खींचने नहीं आएगा अगर मैं अच्छा नहीं खेलती हूं। टेनिस में फिटनेस और मजबूती की काफी जरूरत होती है और मैं ऐसा करती हूं।”
मार्टिना हिंगिस के साथ महिला युगल में नंबर वन पायदान पर पहुंची सानिया ने कहा, “मजबूती ही सेक्सी है। मैं नहीं समझती कि स्किनी ज्यादा आकर्षक होता है। मेरे हिसाब से स्वस्थ, मजबूत और मांसल होना ज्यादा आकर्षक लगता है।”
मारिया शारापोवा के उस साहस की तारीफ की
भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तरह सानिया के जीवन पर बनने वाली बॉयोपिक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस बारे में विस्तार से कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। लेकिन यह जरूर बताया कि उनकी किताब अगले कुछ महीने में आने वाली है।
उन्होंने कहा, “मेरी कुछ लोगों से बात चल रही है। बॉयोपिक 6 महीने में नहीं बन जाती। इसमें समय लगता है, कुछ साल की लग सकते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “मैं सोचती हूं कि यह मेरे लिए सही समय है। मैं इस समय अभी इस मामले पर कुछ भी नहीं सोच रही हूं। मुझे अभी कुछ और हासिल करना है, ऐसा होने पर फिल्म बनाने का सही समय वही होगा। वरना काफी कुछ मिस हो सकती है।”
साथ ही सानिया ने दिग्गज खिलाड़ी मारिया शारापोवा के उस साहस की तारीफ की जिसमें उन्होंने खुद सामने आकर स्वीकार किया था कि वह डोप टेस्ट में नाकाम रही हैं। उनकी इस स्वीकारोक्ति से हर कोई हतप्रत था। उन्होंने गजब का साहस दिखाया और सबके सामने स्वीकार किया कि जो कुछ हुआ इसके लिए वह शर्मिंदा हैं और पूरी जिम्मेदारी लेती हूं। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि हमारे शरीर में जो कुछ भी होता है उसके लिए हम सब ही कहीं न कहीं जिम्मेदार होते हैं। उन्होंने पूरी जिम्मेदारी ली और इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया। यह बेहद शानदार था।