आज से असम में ‘सर्व आनंद’
गुवाहाटी। सर्वानंद सोनोवाल ने आज दाेपहर बाद असम के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। सोनोवाल असम में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री हैं। सूबे के राज्यपाल पी.बी. आचार्य उन्हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।
Guwahati: Sarbananda Sonowal greets PM Modi after taking oath as the Chief Minister of Assam pic.twitter.com/I4DkDpKAHq
— ANI (@ANI) May 24, 2016
असम में भाजपा पहली बार
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई, पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल ने भी शिरकत की।
सोनोवाल के करीबी हेमन्त बिश्व सरमा को भी सरकार में जगह मिली है। सोनोवाल के मंत्रिमंडल में बोडो पीपुल्स फ्रंट और असम गण परिषद के 3-3 मंत्री होंगे। वहीं, बीजेपी के 13 मंत्री होंगे।
शपथ ग्रहण समारोह में कुल 10 मंत्री शपथ ले सकते हैं जिनमें 6 भाजपा और 2-2 बोडो पीपुल्स फ्रंट और असम गण परिषद के हो सकते हैं।
शपथग्रहण समारोह शाम चार बजे तक चलेगा। समारोह का आयोजन गुवाहाटी के खानपारा मैदान में हुआ है।
सर्वानंद सोनोवाल का राजनीतिक सफर
1992 से 1999 तक वह असम स्टूडेंट यूनियन प्रेसीडेंट रहे।
2001 में सर्वानंद ने असम गण परिषद को ज्वॉइन किया और उसी साल वो विधायक बने।
2004 में डिब्रूगढ़ के पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन सिंह को हराकर सोनोवाल ने पहली बार लोक सभा में कदम रखा।
2011 असम गढ़ परिषद में हुई असमानताओं के चलते भाजपा का दामन थामा।
2012 में उन्हें भाजपा की ओर से असम भाजपा अध्यक्ष बनाया गया।
2014 में लोकसभा में वापसी करने से पहले सोनोवाल असम के चीफ भी रहे।
2014 लखीमपुरा से सांसद चुने गए। मोदी सरकार में खेल एवं युवा मामलों के राज्य मंत्री बने।
2015 में फिर असम यूनिट के मुखिया बने।
असम विधानसभा चुनाव 2016 में भारतीय जनता पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार बने।
इनके नेतृत्व में भाजपा ने असम विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत के साथ कांग्रेस को पराजित किया।
सर्वानंद का जीवन
सर्वानंद सोनोवाल का जन्म 31 अक्टूबर, 1962 में डिब्रूगढ़ के छोटे से गांव दिनजान में जनजाति परिवार में हुआ। शुरुआती शिक्षा डिब्रूगढ़ से करने के बाद गुवाहाटी यूनिवर्सिटी से डिग्री हांसिल की। सर्वानंद के बारे में कहा जाता है कि बचपन में ही इनके नेतृत्व क्षमता को देखते हुए स्कूल के समय जब तीसरी और चौथी कक्षा में थे तब इन्हें सफाई मंत्री चुना गया था। सर्वानंद सोनोवाल को मछली पकड़ने का बहुत ज्यादा शौक है। खाली समय में अक्सर वो डिब्रू नदी में मछली पकड़ने जाते हैं। इसके अलावा सोनोवाल को फुटबॉल खेलना पसंद है।