राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थर लाने पर ‘रोक’

राम मंदिर निर्माणफैजाबाद। राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्‍या में पत्थर आने शुरू हो गए हैं। यह पत्थर राजस्थान से लाए आ रहे हैं। लेकिन इस बीच नई दिक्कत सामने आ गई है। बताया जा रहा है कि पत्थर लाने के लिए वाणिज्यकर विभाग जरूरी फार्म नहीं दे रहा है। इस बात पर विवाद शुरू हो गया है। प‍त्थर लाने पर रोक को लेकर विभाग ने कोई लिखित आदेश नहीं दिखाया है। इससे नाराज विश्‍व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं से अंजाम भुगतने की चेतावनी दी हेै। एहतियात बरतते हुए वाणिज्यकर विभाग के बाहर फाेर्स तैनात कर दी गई है।

राम मंदिर निर्माण का इतिहास

अयोध्या में सितम्बर 1990 से राम मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान की खदानों से पत्थर मंगाए जा रहे हैं। इन पत्थरों को तराशने का काम कार्यसेवक पुरम कार्यशाला में चल रहा है। काफी संख्या में पत्थर आ जाने के कारण पत्थर मंगाने का काम बीच में रोक दिया गया था लेकिन मार्च में पत्थर मंगाने के लिए एक बार फिर से राम जन्म भूमि न्यास की ओर से आवेदन दिया गया। इसे वाणिज्य कर विभाग ने स्वीकार करते हुए फार्म 39 उपलब्ध करा दिया लेकिन जब दोबारा न्यास की ओर से फार्म 39 की मांग की गई तो विभाग ने यह कह कर फार्म उपलब्ध कराने से इनकार कर दिया कि उच्च अधिकारियों की ओर से रोक है, हम फार्म नहीं दे सकते।

इस मामले को लेकर विश्व हिंदू परिषद और राम जन्मभूमि न्यास के पदाधिकारियों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा ने इस मामले में वाणिज्यकर विभाग के रुख की निंदा की है। उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी के इशारों पर यह काम हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर पत्थर तराशने और अयोध्‍या मंगाने से किसी तरह का व्यवधान आया तो इसका अंजाम भुगतना होगा।