रकाबगंज गुरुद्वारा का कर्मचारी दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार
नई दिल्ली। दिल्ली के रकाबगंज गुरुद्वारा में सेवारत एक वरिष्ठ कर्मचारी को नौकरी का लालच देकर एक 40 वर्षीय महिला के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) के अध्यक्ष एवं दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (डीएसजीएमसी) के पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने मामले के खुलासे पर कहा कि सिख धार्मिक संस्थाएं फिर से महंतों के चंगुल में फंस गई हैं।
आरोपी को डीएसजीएमसी के एक अधिकारी का नजदीकी बताया जा रहा है।
परमजीत सरना ने आरोपी भुपिंदर सिंह और उसके सरपरस्त डीएसजीएमसी के सलाहकार कुलमोहन सिंह के साथ-साथ डीएसजीएमसी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जी. के. के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
भुपिंदर सिंह को दिल्ली पुलिस ने 29 अगस्त को गिरफ्तार किया और 30 अगस्त को महानगर दंडाधिकारी की अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां से आरोपी को 13 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पीड़िता की एक नजदीकी ने बताया कि शिकायतकर्ता ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है।
शिकायतकर्ता के अनुसार, भुपिंदर रकाबगंज गुरुद्वारा में कर्मचारी है और नौकरी दिलाने के नाम पर उसने शिकायतकर्ता से 2-3 लाख रुपये भी ले रखे हैं।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि वह आरोपी को पिछले दो वर्षो से जानती है और न तो उसने नौकरी ही दिलाई और न ही उसके पैसे ही लौटाए।
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि 28 अगस्त को आरोपी ने फोन से मैसेज कर महिला को पहाड़गंज के भारत नगर स्थित एक कार्यालय बुलाया। जब महिला वहां पहुंची तो आरोपी ने बताया कि उसने एक नौकरी पक्की कर दी है और वह अगले दिन से नौकरी शुरू कर सकती है।
वहां से फिर आरोपी शिकायतकर्ता महिला को नजदीक ही स्थित अपने दोस्त के कमरे पर ले गया और वहां उसके साथ दुष्कर्म किया।
बुधवार को अदालत में शिकायतकर्ता का बयान दर्ज करवाया गया। सूत्रों के मुताबिक बयान दर्ज कराते वक्त शिकायतकर्ता आरोपी के खिलाफ अपने बयान पर टिकी रही।