यूपी चीफ सेक्रेटरी पद पर अपना कैंडिडेट चाहते हैं रामदेव!

यूपी चीफ सेक्रेटरीलखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन 30 जून को रिटायर हो रहे हैं। इसी के साथ ही मुख्य सचिव बनने की लामबंदी दौड़ शुरू हो गई है। मुख्य सचिव पद की दौड़ में शामिलअधिकारियों ने अपने ‘जुगाड़’ लगाने शुरू कर दिए हैं।

आलोक रंजन का कार्यकाल बीते 31 मार्च को ही खत्म हो गया होता, लेकिन सरकार ने उनके काम को देखते हुए उन्हें 3 महीने का सेवा विस्तार दिया था।

सूत्रों के मुताबिक, चार वरिष्ठ आईएएस अफसरों ने नौकरशाही के सबसे बड़े पद यानी चीफ सेक्रेटरी बनने के लिए को पाने के लिए अपने राजनीतिक आकाओं के पीछे दौड़ लगाना शुरू कर दिया है।

सूत्र बताते हैं कि योग गुरु बाबा रामदेव भी अपने चहेते अधिकारी को यूपी चीफ सेक्रेटरी बनवाने के लिए जोर लगाए हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, आलोक रंजन खुद भी अब अपने सेवा विस्तार के पक्ष में नही हैं। राज्य सरकार की ओर से केंद्र को इस आशय का कोई पत्र भी नहीं भेजा गया है। इसलिए नए मुख्य सचिव को लेकर जोड़तोड़ शुरू हो गई है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “मुझे नहीं लगता की चुनावी वर्ष में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नए मुख्य सचिव की नियुक्ति मामले में कोई जल्दबाजी करेंगे। वह इस महीने के अंत में परिवार के साथ बाहर जा रहे हैं और जुलाई के पहले सप्ताह में लौटेंगे। इसके बाद ही अगले मुख्य सचिव के नाम पर विचार हो सकता है।”

यूपी चीफ सेक्रेटरी पद के लिए जोडतोड़ शुरू

इस बीच नए यूपी चीफ सेक्रेटरी बनने की होड़ में वरिष्ठ आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी संजय अग्रवाल, संजीव सरन, दीपक सिंघल व अनिल कुमार गुप्ता के शामिल होने की बात सामने आ रही है। कहा जाता है कि इन सभी वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों ने अपनी तरफ से जोडतोड़ भी शुरू कर दी है।

सूत्रों का दावा है कि 1982 बैच के आईएएस अफसर दीपक सिंघल मुख्य सचिव की रेस में सबसे आगे हैं। इनके लिए तो योग गुरु बाबा रामदेव ने भी अपनी ओर से पैरवी की है। बाबा रामदेव ने कई कद्दावर लोगों से सिंघल को अगला मुख्य सचिव बनाए जाने की गुजारिश की है।

ब्यूरोक्रेसी में भी चर्चा है कि सिंघल शिवपाल सिंह यादव के काफी करीबी हैं, इसलिए आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए उनकी दावेदारी काफी मजबूत दिख रही है।

मुख्यमंत्री अखिलेश विदेश में हैं और उनके लौटने के बाद ही नए मुख्य सचिव के नाम पर मुहर लगेगी। शासन से जुड़े सूत्र बताते हैं कि आलोक रंजन के सेवानिवृत्त होने के बाद फौरी तौर पर उप्र के कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) प्रवीर कुमार को यूपी चीफ सेक्रेटरी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा जा सकता है।