महामंडलेश्वर राजेंद्र स्वरूप की हत्या का आरोपी गिरफ्तार

मेरठ। महामंडलेश्वर राजेंद्र स्वरूप की हत्या के मुख्य आरोपी दर्शन गुर्जर को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी ने बताया कि अपहरण पैसे के लिये किया था। लेकिन, कुएं में गिरने से महामंडलेश्वर अधमरे हो गए थे।

महामंडलेश्वर

महामंडलेश्वर की हत्या

ऐसे में खुद की गर्दन फंसते देख कुएं से निकालने के बाद गोली मारकर उनकी हत्या करनी पड़ी। अपहरण कराने में नजाकत और नटवर का भी नाम सामने आया है, जिस पर पुलिस पर्दा डालने की कोशिश में लगी है।
फूल बाग कॉलोनी से महामंडलेश्वर राजेंद्र स्वरूप का अपहरण मंगलवार आधी रात को हुआ था। पुलिस की जांच में धीरज गुर्जर, वीशू अग्रवाल, दर्शन गुर्जर, संजय और राणा का नाम सामने आया। इनमें से धीरज और वीशू बृहस्पतिवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गए थे।
दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस ने हत्या का खुलासा नहीं किया, क्याेंकि पुलिस जांच में मुख्य आरोपी दर्शन गुर्जर निवासी साधारणपुर, इंचौली था, जो शनिवार को पुलिस के हाथ लगा।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी दर्शन ने बताया कि उसने साथियों के साथ मिलकर 25 लाख रुपये के लिये महामंडलेश्वर का अपहरण किया था। अपहरण के बाद महामंडलेश्वर को मवाना क्षेत्र के नंगला गोसाई के जंगल में एक ट्यूबवेल में बंधक बनाया था।
लेकिन, आरोपियों के चंगुल से छूटकर भागे महामंडलेश्वर ट्यूबवेल के कु़एं में गिर गए थे। उन्हें कुएं से निकाल तो लिया गया, लेकिन उनकी हालत गंभीर हो गई। जब यह लगा कि अब महामंडलेश्वर बचेंगे नहीं तो पूरे खेल के भंडाफोड़ के डर से जंगल में ले जाकर उनकी हत्या कर दी।

दो आरोपियों की तलाश में दबिश
पुलिस ने बताया कि तीन आरोपी धीरज, वीशू और दर्शन को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि, दो आरोपी संजय और राणा अभी फरार हैं। उनकी तलाश में पुलिस ने शनिवार रात कई जगहों पर दबिश दी।
पुलिस का कहना है कि दोनों फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद वारदात का खुलासा किया जाएगा। हालांकि, महामंडलेश्वर के अपहरण में कस्टडी से भागे कुख्यात नजाकत उर्फ पप्पू और ड्राइवर नटवर की भूमिका पर पुलिस चुप्पी साधे बैठी है।

पुलिस अफसरों ने की पूछताछ
रात में आरोपी दर्शन से पुलिस अफसरों ने पूछताछ की। दर्शन नजाकत और नटवर को जानता है। धीरज और वीशू ने अपहरण की पूरी प्लानिंग बनाई। अपहरण में धीरज और वीशू साथ थे। लोगों की भीड़ लगने पर धीरज ने उनको एसटीएफ बताया था। मामले को मैनेज करने केे लिये पुलिस तीन दिन से लुकाछिपी का खेल कर रही है।

दर्शन गुर्जर का क्राइम से है नाता
आबूलेन पर एक चाऊमीन के ठेले पर पैसा न देने पर दर्शन और छात्रनेता पंकज प्रधान ने मारपीट की थी। इस मामले में पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया था। एक सपा नेता की सिफारिश पर सदर बाजार पुलिस ने दोनों को थाने से जमानत दे दी थी।
इसके अलावा भी दर्शन का चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में मारपीट और फायरिंग में नाम सामने आया था। पांच साल तक दर्शन गुर्जर विश्वविद्यालय में पढ़ा और समाजवादी छात्रसभा से जुड़ा रहा। मेडिकल थाने में उसके खिलाफ मारपीट और फायरिंग के कई मामले दर्ज हैं।

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