अभी अभी : भारत के ‘छक्के’ ने छुड़ा दिया पसीना, पीठ दिखा कर भागी पाकिस्तानी सेना

भारत और पाकिस्ताननई दिल्ली| जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर गुरुवार को भारत और पाकिस्तान के सुरक्षाबलों के बीच भारी गोलीबारी में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 6 जवान मार गिराए हैं जबकि पांच से ज्यादा घायल हुए हैं। इस घटना के बाद पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया है।

भारतीय सेना ने ये कार्रवाई कश्मीर के पुंछ और नौशेरा सेक्टर में की है।

इससे पहले आज सुबह पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में एक मजदूर की मौत और दो लोगों के घायल होने की खबर आई थी। इन घायलों में एक सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) का जवान भी था।

उधर, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिह ने गुरुवार को कहा कि 2016 में सेना द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार आतंकवादियों के ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद घुसपैठ के मामले घटे हैं। राजनाथ ने सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के एक कार्यक्रम में कहा, “सर्जिकल स्ट्राइक के बाद घुसपैठ के मामले घटे हैं।”

सेना ने नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की थी जिसमें कई आतंकवादी मारे गए थे।

बीएसएफ ने कहा कि 2016 में 130 बार घुसपैठ की कोशिश की गई जबकि इस साल अब तक घुसपैठ की 27 कोशिश की गई है।

राजनाथ ने बीएसएफ का सीमा से सटे क्षेत्रों में चौकसी बनाए रखने और हमेशा तत्पर रहने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि सीमा पर कड़ी निगरानी से जाली नोटों की आवाजाही में भी कमी आएगी।

उन्होंने कहा कि शहीद हुए प्रत्येक जवान के परिवार वालों को मुआवजे के तौर पर एक करोड़ रुपये मिलने चाहिए और अगर ऐसा नहीं हो पा रहा हो तो अर्धसैनिक बलों के सभी महानिदेशक उनसे संपर्क करें।

राजनाथ ने बीएसएफ कर्मियों से कहा कि सोशल मीडिया पर प्रचारित हर चीज पर पर विश्वास नहीं करें।

राजनाथ ने कहा, “सोशल मीडिया का इस्तेमाल अफवाहें फैलाने के लिए किया जा रहा है।”

राजनाथ ने कुछ बीएसएफ जवानों के टोपी नहीं पहनने पर कहा, “हर किसी को अपनी पोशाक को लेकर चौकस रहना चाहिए।”

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