
नई दिल्ली।बांग्लादेश ने देश के प्रमुख उद्योगपति एवं इस्लामी पार्टी जमात-ए-इस्लामी के नेता मीर क़ासिम अली को फांसी दे दी है। उन्हें युद्ध अपराधों का दोषी पाया गया था।युद्ध अपराधों के लिए दोषी पाए जाने के बाद फांसी पर चढ़ाए गए मीर क़ासिम अली बांग्लादेश के छठे बड़े नेता हैं।
मौजूदा सरकार द्धारा गठित एक विशेष अपराध न्यायालय ने उन्हें पैंतालीस साल पहले बांग्लादेश की आज़ादी की लड़ाई के दौरान किए गए युद्ध अपराधों के लिए दोषी क़रार दिया था।मीर क़ासिल अली को दोषी क़रार देते हुए अदालत ने अपने फ़ैसले में कहा था कि उनके नेतृत्व में पाकिस्तानी सेना के समर्थकों ने चिटगांव में क़त्लेआम किया था। पूर्वी पाकिस्तान 1971 में पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश बन गया था।
वहीं विपक्ष का आरोप है कि सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों को ख़त्म करने के लिए अदालत का सहारा ले रही है।
इस मामले में प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार का मत है कि युद्ध अपराधियों को सज़ा देने से देश को अपने इतिहास के साथ न्याय करने में मदद मिलेगी।