तीन तलाक ने मेरी बेटी को बर्बाद किया, सिविल कोड लागू करना ही होगा

पीएम मोदी से गुहारनई दिल्ली : “तीन तलाक ने न जाने कितनी औरतों की जिंदगी बर्बाद कर दी। मैं पीएम मोदी से इस परंपरा को रोकने की गुहार लगाती हूं।” यह बातें उस मुस्लिम लड़की ने पीएम मोदी से गुहार लगाते हुए एक खत के जरिए कही हैं, जिसे 18 साल की उम्र में ही तलाक दे दिया गया।

पीएम मोदी से मुस्लिम लड़की ने गुहार लगाई है कि देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड जल्द से जल्द लागू किया जाए। उसका कहना है कि मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी इस प्रथा ने को बर्बाद कर दी है।

मुस्लिम लड़की अर्शिया का निकाह 16 साल की उम्र में सब्जी कारोबारी से हुआ था। लेकिन इसके दो साल बाद ही उसके पति मोहम्मद काजिम बगवान ने तलाक दे दिया। अब वो अर्शिया को फिर से अपनी जिंदगी में वापस लाने का तैयार नहीं है। काजिम ने अर्शिया को आठ महीने के अपने बच्चे के साथ घर घर से बाहर कर दिया।

अंग्रजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए अर्शिया ने कहा, ‘मैं पीएम मोदी से मुझ जैसी महिलाओं की मदद करने और ट्रिपल तलाक की परंपरा को रोकने की गुहार लगाती हूं, जिसने न जाने कितनी औरतों की जिंदगी बर्बाद कर दी।’

पीएम मोदी से गुहार के साथ दी कोर्ट में चुनौती

अर्शिया ट्रिपल तलाक को फैमिली कोर्ट में चुनौती देगी। अर्शिया ने बताया कि उससे वादा किया गया था कि वो शादी के बाद भी पढ़ाई जारी रख सकती है लेकिन बाद में ससुरालवाले वादे से मुकर गए। शादी से पहले वो 11वीं कर चुकी थी और अब वो आगे की पढ़ाई शुरू करेगी और अपने पैरों पर खड़ी होगी.

अर्शिया के पिता निसार बगवान ने कहा, “सरकार को यूनिफॉर्म सिविल कोड लाने के लिए पहल करनी चाहिए। मेरी बेटी के साथ जैसा हुआ, ऐसा किसी और के साथ न हो। मैंने अपनी बेटी की शादी करके बहुत बड़ी गलती की”।

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