
केन्द्र सरकार ने उरी आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रवैया तो अपनाया है, लेकिन इतने भर से देश की जनता का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। केन्द्र सरकार सिंधु नदी समझौता खत्म करने पर मंथन कर रही है। पाकिस्तान को दुनिया भर से किसी भी तरह की मदद रोकने की रणनीति बनाई गई है। कई देशों ने पाकिस्तान को आर्थिक से लेकर सैन्य मदद तक देने से इनकार भी कर दिया है। लेकिन देश की आवाज अब भी यही है कि पाकिस्तान पर हमला हो। भारतीय सेना को यह कार्रवाई करने का हक मिले।
www.livetoday.online सर्वे में नतीजे आए हैं कि भारत सरकार को उरी आतंकी हमले का जवाब सैन्य हमले से देना चाहिए। देश की जनता इस फैसले पर मोदी सरकार के साथ है। 90 फीसदी लोगों ने जवाबी कार्रवाई के लिए हामी भरी है। इन लोगों का कहना है कि इंडियन आर्मी को बस एक मौका दे दिया जाए, फिर पाकिस्तान को करारा जवाब खुद-ब-खुद मिल जाएगा।
क्या भारत सरकार को उरी हमले का जवाब सैन्य हमले से देना चाहिए, इस सवाल पर सात फीसदी लोगों ने ‘न’ कहा है। यानी इतने लोग नहीं चाहते कि किसी भी सूरत में पाकिस्तान पर हमला किया जाए। वहीं तीन फीसदी लोगों की इस बारे में कोई राय नहीं बन पाई है।