
नई दिल्ली : पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की सरपरस्ती में डी कंपनी ने 1000, 500 की नोटें बंद होने के ऐलान के बाद अब भारत की अर्थव्यवस्था को सबसे बड़ी चोट देने का प्लान बनाया है। डी कंपनी पेशावर और कराची में नकली नोटों का कारोबार चला रहा है।
भारत की अर्थव्यवस्था को जाली नोटों के जरिए दाऊद के लोग चूना लगा रहे थे, लेकिन मोदी सरकार के 1000, 500 की नोटें बंद करने की घोषणा के बाद जाली नोटों को धंधा पूरी तरह से चौपट हो गया है। ऐसे में डी कंपनी का सबसे खतरनाक प्लान सामने आया है।
डी कंपनी के खतरनाक मंसूबे
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी के एक्शन का तोड़ निकाल लिया है। अब डी कंपनी 100 रुपए की नकली नोटें छापने में जुट गयी हैं।
एक अंग्रेजी वेबसाइट की खबर के मुताबिक, पाकिस्तान में बीते तीन साल से बड़ी संख्या में 1000, 500 के जाली भारतीय नोट छप रहे थे। लेकिन पीएम मोदी बड़ी नोटें को बंद करने का ऐलान किया तब से डी कंपनी का 100 की नोटें छापने का प्लान सामने आ रहा है।
पाकिस्तान में फेक इंडियन करेंसी नोट्स (एफआईसीएन) का काम देख रहे दाऊद का दाहिना हाथ कहे जाने वाले इकबाल काना और आफताब बटकी को इस बारे में आईएसआई ने ब्रीफ किया है। इकबाल काना पाकिस्तान में 1993 से नकली नोटों की तस्करी समेत कई काम देख रहा है।
दाऊद का दाहिना हाथ कहा जाने वाला इकबाल काना और आफताब बटकी पाकिस्तान में 1993 से नकली नोटों की तस्करी समेत कई काम देख रहा है। इन दोनों को 100 की नोटें छापने का प्लान आईएसआई ने बताया है।
ख़बरें तो यहां तक आ रही हैं कि भारत के दुश्मन पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अगले 24 घंटे में ही नकली 100 की नोटें छाप कर पूरा जखीरा खड़ा कर सकता है।
कोलकाता स्थित भारतीय सांख्यकीय संस्थान के आंकड़ों के अनुसार हर 10 लाख रुपयों के बीच में 250 नकली नोटें हैं और भारत में नकली नोटों का कुल आंकड़ा 400 करोड़ रुपए के करीब है।