कोलकाता। वर्ष 2012 में डायन बताकर तीन महिलाओं की हत्या करने के मामले में सोमवार को पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर की एक अदालत ने सात लोगों को मृत्युदंड की सजा सुनाई। इनमें एक महिला भी शामिल है।
इस मामले के अन्य सात दोषियों में से छह को आजीवन कारावास और एक महिला को नौ साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है। मौत की सजा कलकत्ता उच्च न्यायालय की पुष्टि के अधीन है।
डायन बताकर नदी के फेंका
घटना अक्टूबर 2012 में दासपुर इलाके में घटित हुई थी। एक जन पंचायत ने फूलमनी सिंह (70), उनकी बेटी सांबरी (40) और बहू (40), जिनका नाम भी सांबरी था, को डायन करार दिया था। इसके बाद ग्रामीणों ने इन तीनों महिलाओं को पीट पीटकर मार डाला था और शवों को नदी की तलहटी में फेंक दिया था।
इनके शव मिलने के बाद दो महिलाओं समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया और उन पर इन तीनों की हत्या का आरोप लगाया गया था।