
नई दिल्ली : जिस तरह जर्मनी में जर्मन समय वैधानिक समय है उसी तरह भारत में भी यहां के वैधानिक समय का इस्तेमाल किया जाएगा। देश में भारतीय समय का इस्तेमाल अनिवार्य करने के लिए कानून बनाया जाएगा।
जहां जिसके बाद देश का अपना मानक समय होगा। नेशनल फिजिकल लेबोरेटरी (एनपीएल) अब रेलवे से लेकर बैंकिंग सेक्टर तक सबको सटीक समय की जानकारी देगा।
मीडिया की आलोचना से नाराज हुए एचडी कुमारस्वामी, जाने मामला…
वहीं दिनेश कुमार ने आगे बताया कि सरकार की योजना पूरे देश में सिर्फ एक समय के इस्तेमाल की है, जो भारत का मानक समय होगा। इसके अनिवार्य इस्तेमाल के लिए सरकार जल्द ही संसद में विधेयक लाएगी। इस मामले में उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अधिकारियों से उनकी चर्चा चल रही है। इसरो ने तो अपने प्रक्षेपणों में इसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया है।
दरअसल डिजिटल लेनदेन में साइबर सुरक्षा के लिए सटीक समय की जानकारी जरूरी है। कई विकसित देशों में उनका स्थानीय समय ही एकमात्र वैधानिक समय होता है।