चाणक्य नीति
अनुशासन नहीं है, तो जीवन नहीं है. सूरज समय से उगता है, मौसम समय से बदलते हैं….. अगर ये सब अनुशासन तोड़ दें, तो यह धरती जीने लायक नहीं रह जाएगी.
अनुशासन नहीं है, तो जीवन नहीं है. सूरज समय से उगता है, मौसम समय से बदलते हैं….. अगर ये सब अनुशासन तोड़ दें, तो यह धरती जीने लायक नहीं रह जाएगी.