सावन में शिव-पार्वती संग करें विघ्‍नहर्ता श्री गणेश की विशेष पूजा

सावनसावन चल रहा है। हम शिव की तो पूजा कर ही रहे हैं, लेकिन अगर शिवपुत्र गणेश की बात न की जाए, जिन्‍हे स्‍वयं शिव और पार्वती ने प्रथम पूज्‍य ईश्‍वर की संज्ञा दी है। हर मां-बाप चाहता भी यही है कि लोग उसके बेटे को माने और जाने तथा पूजे। ऐसे में सावन में गणेश भगवान की पूजा विशेष फलदायी होती है।

जीवन में दुखों को दूर करने और सुख समृद्धि प्राप्ति की कामना के लिए इंसान भगवान के मंदिर में जाता है। हर देवी देवता की प्रतिमा के आगे शीश झुकाता है, लेकिन बात जब संकट हरने और सुख समृद्धि की आती है तो भक्त भगवान गणेश जी की शरण में ही जाते हैं। हिन्‍दू कैलेण्‍डर में प्रत्‍येक चन्‍द्र मास में दो चतुर्थी होती हैं। हिन्‍दू धर्मग्रन्‍थों के अनुसार चतुर्थी तिथि भगवान गणेश की तिथि है। अमावस्‍या के बाद आने वाली शुक्‍ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं और पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्‍ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्‍टी चतुर्थी कहते हैं। हालांकि मुख्‍य चतुर्थी जिसे भगवान गणेश का जन्‍मदिन माना जाता है, वह भाद्रपद महीने में पड़ती है। आइए जानते है कि किस प्रकार से आज के दिन गणेश जी पूजा की जाए जिससे हमारे जीवन में सब मंगल हो।

किसी प्रकार के कष्ट से मुक्ति पाने के लिए संकटमोचक भगवान गणेश की विशेष आराधना इस दिन की जाती है। इस दिन किया गया व्रत बहुत फलदायक माना जाता है। वहीं संतान प्राप्ति के लिए भी ये व्रत रखा जाता है

सावन में भगवान गणेश की करें विधिवत पूजा 

शुक्ला बताते हैं कि सुबह के समय स्नान कर गणेश जी और मां गौरी का पूजन करना चाहिए। पूजन में दूब घास रखे और पीले रंग का मिष्ठान गणेश जी को जरूर भोग लगाएं। पूजन के बाद व्रती को फल का आहार करना चाहिए। संध्या समय में भी भगवान गणेश और मां गोरी का पूजन करना चाहिए। रात के समय इस व्रत में अन्न ग्रहण करना निषेध होता है। रात के समय भी अन्न की जगह फलाहार करना पड़ता है।

भगवान गणेश को ऐसे करें प्रसन्‍न

बुधवार के दिन सुबह स्नान कर गणेशजी के मंदिर उन्हें दूर्वा की 11 या 21 गांठ अर्पित करें। ऐसा करनें से आपको जल्द ही शुभ फल मिलेगे

अगर आप जिस काम को करने की कोशिश करते है या फिर हर काम में आपको असफलता मिलती है तो बुधवार के दिन गणेश के इस मंत्र का जाप विधि-विधान से करें। आपकों सभी कष्टों से निजात मिल जाएगा।

अगर आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का भंडार है। आपने कई उपाए किए, लेकिन आपको कोई फायदा नही मिला। तो इस बार बुधवार के दिन अपने घर में श्री गणेश जी की सफेद रंग की मूर्ति स्थापित करें। ऐसा करने से आपके घर की सभी नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाएगी।

अगर आपको धन-संबंधी कोई समस्या है। आप अधिक मेहनत भी करते है, लेकिन आपको इतना धन नही मिलता कि आप संतुष्ट रह सकें तो बुधवार के दिन श्री गणेश की विधि-विधान से पूजा करने के बाद गुड़ और घी का भोग लगाएं और थोडी देर बाद भोग गाय को खिला दें। इससे आपको काफी फायदा मिलेगा।

अगर आपके घर में हमेशा कलह रहती है। जिसके कारण आपके परिवार में कभी सुख-शांति नही रहती है। इसके लिए बुधवार को दूर्वा से बनी हुई प्रतिकात्मक मूर्ति बनवाएं और उसे अपने घर के पूजा-स्थल में स्थापित करें साथ ही इसकी रोज विधि-विधान से पूजा करें।

हिन्दू धर्म में गाय को अपनी माता के समान माना जाता है। उनकी सेवा करनें से आपको सुख-शांति की प्राप्ति होती है। इसके लिए बुधवार के दिन गाय को हरी घास खिलाएं। जिससे कि सभी देवी-देवताओं की कृपा आप पर बनी रहेगी।

गणेशजी को सिंदूर चढ़ाएं। हनुमानजी के साथ ही गणेशजी का श्रृंगार भी सिंदूर के किया जाता है। इसीलिए गणेशजी को सिंदूर चढ़ाने से सभी परेशानियां दूर होती हैं।

अगर आपका बुध ग्रह खराब है तो इसके लिए बुधवार के दिन किसी गरीब या किसी मंदिर में जाकर हरे मूंग का दान करे इससे आपका बुध ग्रह का दोष शान्त हो जाएगा। सुख-समृद्धि के लिए किसी पंडित या ज्योतिषी के अनुसार अपने हाथ की सबसे छोटी उंगली में पन्ना रत्न धारण करें।

बुधवार के दिन गणेश जी को सिंदूर चढ़ाए इससे आपकी सभी मनोकामनाएं जल्द ही पूर्ण होगी। सिंदूर चढ़ाते समय विशेष मंत्र को भी पढ़ें, क्योंकि वैसे तो हर देवी-देवता पर सिंदूर चढ़ाया जाता है, लेकिन शिव परिवार या शिव के सभी अंश अवतारों पर सिंदूर चढ़ाने का एक अलग ही महत्व है। इसलिए हर बुधवार को इस मंत्र के साथ गणेशजी को सिंदूर चढ़ाना चाहिए।

मंत्र – सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्।शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम्।।

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