सपा-बसपा की सरकारों में मिला भ्रष्टाचार को संरक्षण : स्मृति ईरानी
लखनऊ/बस्ती: केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और गरीबी के खिलाफ युद्ध लड़ने का समय आ गया है। समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सरकारों ने ही इन बुराइयों को पाला-पोसा है। विधानसभा चुनाव में जनता सरकार से इसका हिसाब मांगेगी। बस्ती में केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने बीआर इंटर कालेज मैदान में एक छोटी जनसभा को संबोधित किया।
स्मृति ईरानी का विपक्षियों पर आरोप
स्मृति ईरानी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के दलित प्रेम पर जमकर व्यंग्य-बाण चलाए। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि राहुल का दलित प्रेम सिर्फ दिखावा है।
प्रदेश सरकार पर विकास की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि विकास के लुभावने वादे कर यहां सिर्फ जनता को ठगा गया है, इससे निजात पाने का समय आ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए स्मृति ने कहा कि बहुत दिनों बाद देश को ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जो न सिर्फ बोलता है, बल्कि अपने काम की छाप पूरी दुनिया भी छोड़ रहा है। इससे पहले भी एक प्रधानमंत्री थे, जिनकी बातें कोई सुन नहीं पाता था। देश की अर्थव्यवस्था में भी उनकी भूमिका नहीं दिखती थी।
कपड़ा मंत्री ने बस्ती में शिल्पकारों के लिए समन्वय केंद्र और डिजाइन वर्कशॉप खोलने की घोषणा की।
स्मृति ने कहा कि यहां के शिल्पकारों को भी बीमित किया जाएगा। बीपीएल परिवारों को मुफ्त औजार उपलब्ध कराया जाएगा। पहचानपत्र देने के लिए एक माह के भीतर कैम्प लगाकर शिल्पकारों का पंजीकरण होगा।
उन्होंने कहा, “इस क्षेत्र को कपड़ा मंत्रालय के जरिये मैं बहुत कुछ तो नहीं दे सकती, लेकिन जो भी संभव होगा वह करूंगी।”
फर्जी डिग्री मामले में फंसीं स्मृति ईरानी को समन भेजा जाए या नहीं, दिल्ली की एक अदालत यह 18 अक्टूबर को तय करेगी। स्मृति ने वर्ष 2004 से लेकर अब तक तीन चुनाव लड़े हैं। अपनी शैक्षिक योग्यता के बारे में उन्होंने निर्वाचन आयोग में जो हलफनामा दाखिल किया है, तीनों बार के हलफनामे में अलग-अलग तरह की जानकारी है, इसलिए उनकी डिग्री पर संदेह करते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दायर है।