रिपोर्टर — नीरज श्रीवास्तव
लखनऊ-भारत सरकार द्वारा चलती हुई कंपनी स्कूटर्स इंडिया को मनमाने तरीके से बन्द किये जाने के विरोध में स्कूटर्स इंडिया के कर्मचारियों द्वारा कंपनी के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया गया।
ऑफिसर एसोसिएशन के सचिव नवनीत शुक्ला द्वारा बताया गया की भारत सरकार द्वारा पूर्व अवधारित परिस्थितियों के आधार पर स्कूटर्स इंडिया को बंद करने का फैसला किया है जबकि कंपनी लगातार उत्पादन कर रही है तथा कई वर्षों से भारत सरकार के बिना किसी मदद के लाभ भी अर्जित कर रही है। कंपनी द्वारा कई विधुत तिपहिया वाहन भी बाजार में उतारने जा रही है ।
सितंबर माह में माननीय केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल द्वारा विधुत तिपहिया वाहन का अनावरण भी किया गया। इस अवसर पर माननीय मंत्री जी द्वारा कर्मचारियोंको संबोधन में स्पष्ट रूप से कहा की भारत सरकार इस कंपनी को चलाएगी क्योंकि यह कंपनी सरकार सहायता पर निर्भर नही है और नवयुवकों को रोजगार का साधन भी उपलब्ध करती है। माननीय मंत्रीजी ने यह भी कहा की विनिवेश का लक्ष्य हुम् कहीं और से ओर करलेंगे पर इस कंपनी को जरूर चलाएंगे।
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पर सरकार के इस फैसले से कंपनी के कर्मचारियों को भारी धक्का लगा है तथा सरकार की इस नीति से नाराजगी भी है। श्री राठौर द्वारा सरकार से किये गए निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। कंपनी की अन्य कर्मचारी यूनियनों द्वारा कहा गया है जब तक सरकार अपने निर्णय पर पुनर्विचार नही करती तब तक वे धरने पर बैठे रहेंगे। कंपनी में करीब 700 युवा कर्मचारी है जिनकी औसत उम्र 35-40 वर्ष है जो कंपनी के बंद होने की दशा में बेरोजगार हो जाएंगे।