
REPORT – B.D. MISHRA
बांदा- मुख्यमंत्री के शख्त निर्देशों के बावजूद बुंदेलखंड के बाँदा में अवैध खनन और ओवरलोड परिवहन का खुला खेल चालू है। जिला प्रशासन, खनिज व माफिया का गठजोड़ सरकार के राजस्व व शाख दोनों को बट्टा लगा रहा है। आप भी देखिए अवैध खनन व ओवरलोडिंग रोकने के दावों की पोल खोलती यह रिपोर्ट।
यह तश्वीरें बाँदा जनपद के पैलानी तहसील अंतर्गत आने वाली पांच खदानों की है। करीब 15 किलोमीटर के दायरे में चल रही इन पांचों खदानों में केन नदी की जल धारा के बीच मे भारी भरकम पोकलैंड मशीनों द्वारा अवैध खनन किया जा रहा है।
सरकार ने ओवरलोड पर प्रतिबंध लगाने के लिए खदानों में तौल के लिए धर्म कांटे लगवाए हैं। ताकि खदान वाले ओवरलोड ट्रक न भर पाए। लेकिन माफियाओ ने उसकी भी काट कर ली है। जरा लाईन से खड़े इन ओवरलोड ट्रकों को देखिए। इस लंबी कतार को देख कर यही लगता है कि इन माफियाओं के लिए न कोई नियम है न कानून।
पैलानी तहशील क्षेत्र में खंड संख्या 61/3, खंड संख्या 62-63/1, खंड संख्या 100/2, खंड संख्या 356/2 संचालित हैं। इन खदानों से धड़ल्ले से बेखौफ होकर ओवर लोड ट्रक निकाले जा रहे है। बाकायदा दिन के उजाले में कई थानों से होते हुए यह ट्रक फर्राटा भर रहे हैं। जबकि योगी सरकार के शख्त निर्देश हैं कि किसी भी दशा में ओवरलोडिंग नहीं होनी चाहिए। जब इस सम्बंध में बाँदा खनिज अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने ठंड का हवाला देते हुए कार्यवाही करने में असमर्थता जता दी। आप भी सुनिए बाँदा खनिज अधिकारी का लापरवाही पूर्ण यह जवाब।
2 करोड़ की हशीस के साथ विदेशी नागरिक गिरफ्तार, बिना पासपोर्ट अवैध तरीके से..
बेखौफ ओवरलोडिंग हो या नदी की जलधारा से किया जा रहा अंधा धुंध खनन। यह तश्वीरें बताती हैं कि जिम्मेदार से लेकर पहरेदार तक, सब सिस्टम में हैं। सरकार की साख और राजस्व पर जिले के अफसर और माफियाओ का गठजोड़ ग्रहण लगा रहा है। पर इस पर लगाम लगाने वाला फिलहाल तो कोई नजर नहीं आ रहा है।