
रिपोर्ट — शिवा शर्मा
लखनऊ। लखनऊ के शहरी इलाको में आज भी बदहाली की बदहाल व्यवस्था है विकास के नाम पर सिर्फ कागज़ी कार्रवाई पर अधिकारियों ने दावे किये लेकिन ज़मीनी स्तर पर हकीकत विकास से कोसो दूर थी लाइव टुडे की टीम ने इस इलाके का किया रियलिटी चेक किया तो दावों ने हकीकत की पोल खोल दी ।
गांव-गांव विकास और शहर में चाक-चौबंद का नारा शायद आपने मंच से कई बार सुना होगा लेकिन स्मार्ट सिटी के तर्ज पर कहा जाने वाले शहर लखनऊ में भी कई इलाके ऐसे हैं जो बदहाली की मार झेल रहे है लखनऊ के महानगर स्तिथ इस रोड का नाम पेपर मिल कॉलोनी रोड है।
जहां की तस्वीरो ने हमें हैरानी में डाल दिया क्युकी आस पास के इलाके में कई दर्जन ऊँची ऊँची इमारते थी और मन में सोच यही थी की पानी , नाली और सड़क से लेकर बिजली की व्यवस्था चाक चौबंद होगी लेकिन जब हम इस इलाके में में दौरा करने के लिए पहुंचे तो नज़ारा कुछ ऐसा था नाली तो थी लेकिन थमी और बचबचाती हुई जहा गंदगी का अम्बार लगा हुआ था की पास खड़ा होना भी मुश्किल था ।
निगम की उदासीनता से स्मार्ट सिटी का यह फन प्वाइंट बना जंगल, नगर निगम क्यों है खामोश?
ये एक जगह की बात नहीं जहा जहा हम गए वहा पर भी नालिया जाम और आस पास के इलाके से दुर्गंद आती है , साथ ही टूटी सड़के और उसमे भरे पानी ने इलाके की हकीकत और व्यवस्था को बयान कर दिया टूटी सड़को में भरा पानी लोगो के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है इलाके के लोगो ने टीम को देखा तो अपना दुखड़ा सुनाना शुरू कर दिया,आगे करवा बढ़ा तो सड़के भी बदहाल मिली ऐसे में लोगो से बातचीत की हमारे संवादाता ने तो ये पता लगा की माननीय विधायक से लेकर पार्षद तक इस इलाके के बारे में विकास की सोच तो दूर इलाके का दौरा करने कभी तक नहीं आये आइये आपको इनकी दुखभरी ये कहानी सूना देते है |