रोहित शर्मा की अग्नि परीक्षा, अगर हारे तो खो देंगे ओपनर के किंग का दर्जा
भारतीय क्रिकेट टीम के तेज बल्लेबाज रोहित शर्मा से बड़ा ओपनर दुनिया कोई नहीं है। लेकिन वह रेड बॉल में इस मामले में पीछे हैं। हालांकि हिटमैन ने पिछले कुछ समय में बतौर टेस्ट ओपनर खुद को साबित जरूर किया है, लेकिन अगले आधा दर्जन टेस्ट मैच उनको दमदार टेस्ट ओपनर कहलाने के लिए काफी होंगे। ऐसे में अगर इस परीक्षा में वह फेल हो जाते हैं तो उनको अच्छा टेस्ट क्रिकेटर कहलाने का दर्जा नहीं मिलेगा।
आपको बता दें कि रोहित शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत निचले क्रम में बल्लेबाजी से की थी, लेकिन जैसे ही 2013 में उनको ओपनिंग करने का मौका मिला तो उन्होंने खुद को एक अलग पहचान दिलाने का काम किया। ऐसा ही कुछ टेस्ट क्रिकेट में भी उनके साथ हुआ है। भले ही उन्होंने टेस्ट डेब्यू में निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ा था, लेकिन वे मध्य क्रम में सफल नहीं हो पाए थे। यही वजह थी कि टेस्ट करियर में रोहित शर्मा ने कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं स्वीकार की।
ऐसे में अगर अगर रोहित शर्मा को दमदार टेस्ट क्रिकेटर कहलाने का दर्जा प्राप्त करना है तो अगले 6 टेस्ट मैच उनके लिए रीयल टेस्ट होंगे। दरअसल, अगले 6 टेस्ट मैच भारत को इंग्लैंड की सरजमीं पर होंगे। यहां अगर रोहित शर्मा का बल्ला चलता है तो वह दमदार टेस्ट क्रिकेटर कहलाएंगे।
इसी के साथ ही न्यूजीलैंड के खिलाफ आइसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में रोहित शर्मा को मौका मिलेगा, जबकि इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम को पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। इस तरह रोहित शर्मा के पास खुद को साबित करने के लिए 6 मुकाबले हैं। आपको बता दें कि 34 साल के रोहित शर्मा का करियर अब आखिरी के सालों में है, लेकिन ये उनके टेस्ट करियर की शुरुआत के तौर पर भी है, क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड में सिर्फ एक मैच ही खेला है। सात सालों में रोहित शर्मा का पहला टेस्ट दौरा है, लेकिन वे अपने करियर के दूसरे फेज में हैं।