नरसिंह यादव ने डोपिंग की बात कबूली, बोले- जानबूझकर नहीं किया

रेसलर नरसिंह यादवनई दिल्ली : रेसलर नरसिंह यादव डोपिंग मामले में एक नया मोड़ आ गया है। नरसिंह यादव ने डोपिंग की बात स्वीकार कर ली है। इस मामले में देश भर की नजरें लगी हुई हैं। खुद पीएम मोदी ने कहा था कि मामले की सच्चाई सामने आनी चाहिए। नरसिंह के इस कबूलनामे के बाद देश को बड़ा झटका लगेगा।

रेसलर नरसिंह यादव का कबूलनामा

हिंदुस्तान की खबर के मुताबिक उन्होंने कहा, ‘डोपिंग हुई थी, लेकिन यह जानबूझकर नहीं की गई, मुझे इसकी जानकारी नहीं थी। इसके लिए मुझे संदेह का लाभ मिलना चाहिए।’

हालाँकि वह और उनके वकील इस बात पर अड़े हुए हैं कि उनकी ड्रिंक में किसी ने प्रतिबंधित दवाई मिला दी थी जिसके कारण वह डोपिंग में फंसे। सुनवाई के दौरान रेसलर नरसिंह यादव के वकीलों ने लगातार कहा है कि डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के लिए नरसिंह जिम्मेदार नहीं हैं। वकीलों के मुताबिक नरसिंह के ड्रिंक में मिलावट 23 या 24 जून को हुई थी।

सूत्रों के मुताबिक सुनवाई कर रहे पैनल को उन्होंने बताया, ‘वो जब एक्सरसाइज या प्रैक्टिस कर रहा था तो अपनी पानी की बोतल मैट पर छोड़कर गया था। उसी दौरान शायद किसी ने उनके पानी में कुछ मिला दिया। और इसी वजह से वो डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया।’

सुनवाई के दौरान 5 जून की घटना का भी जिक्र किया गया लेकिन ज्यादा जोर 24 और 25 जून की घटना पर दिया गया। नरसिंह ने 5 जून की घटना के बारे में पुलिस शिकायत में लिखवाया था कि उसके एक दोस्त ने पहलवान जितेश को उसके खाने में कुछ मिलाते हुए देखा था। यह घटना साई को सोनीपत सेंटर की है।

नरसिंह के रियो जाने का फैसला आज किया जाएगा। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के अनुशासन पैनल ने नरसिंह से जुड़े डोप विवाद पर सुनवाई बुधवार को स्थगित कर दी थी।

साढ़े तीन घंटे तक चली सुनवाई के दौरान नरसिंह और उनके कई वकीलों ने नाडा समिति के सामने अपना पक्ष रखा, जो आज अपना फैसला सुनाएगी। इस बीच नरसिंह दूसरे डोप परीक्षण में भी नाकाम रहे। उन्होंने दो साथी पहलवानों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है।

नरसिंह ने सोनीपत थाने में एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें दो साथी पहलवानों के नाम हैं जिनमें से एक 17 बरस का है। उसने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग दोहराई है।

भारतीय कुश्ती महासंघ ने भी नरसिंह का समर्थन जारी रखा है लेकिन कहा कि अगर वह रियो ओलंपिक नहीं जा सका तो उसकी जगह प्रवेश राणा लेगा, जिसे युनाइटेड विश्व कुश्ती ने मंजूरी दे दी है।

पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद रेसलर नरसिंह यादव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैंने हमेशा कहा है कि मेरे खिलाफ साजिश की गई है। अगर मैं निर्दोष साबित हुआ तो मैं रियो जाऊंगा। मैंने उस शख्स की पहचान कर ली है जिसने मेरे खाने में मिलावट की। मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है।”

उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि इसमें कुछ अधिकारी भी शामिल हैं क्योंकि मुझे सीसीटीवी की फुटेज भी नहीं दी जा रही है।” ब्रजभूषण ने नरसिंह के आरोपों का समर्थन किया है और कहा है कि खिलाड़ी को ओलम्पिक में हिस्सा न लेने के उद्देश्य से साजिश की गई है और इसका खुलासा होना चाहिए ताकि आने वाले समय में ऐसा न हो।

रेसलर नरसिंह यादव ने कहा, “सोनीपत स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के बाबर्ची ने नरसिंह के खाने में मिलावट करने वाले की पहचान कर ली है और उसका नाम जितेश बताया है। दो अन्य लोगों की भी पहचान की गई है।” ब्रजभूषण ने कहा कि दोनों जूनियर पहलवानों में से एक ने नरसिंह के खाने में मिलावट की बात भी स्वीकार कर ली है। उत्तर प्रदेश के गोंडा से सांसद ब्रजभूषण ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।

उन्होंने कहा, “इस मामले की सीबीआई जांच की जानी चाहिए क्योंकि यह युवा देश के भविष्य का मामला है।” वाराणसी के नजदीक नरिसंह के पैतृक गांव अजगरा में बुधवार को हजारों लोगों ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांगे को लेकर प्रदर्शन किया।

रेसलर नरसिंह यादव के पिता पंचम यादव और मां भूलना देवी ने कहा है कि उनका बेटा निर्दोष है। उन्होंने कहा कि नरसिंह चाय तक नहीं पिता स्टेरॉयड की बात बहुत दूर की है। नरसिंह के परिवार ने कहा है कि अगर उनके बेटे को न्याय नहीं मिला तो वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वाराणसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे। इस बीच रियो ओलम्पिक के लिए नरसिंह के स्थानापन्न खिलाड़ी राणा जॉर्जिया के लिए रवाना हो चुके हैं जहां वह भारतीय कुश्ती टीम के साथ अभ्यास करेंगे।

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