कोरोना वायरस की वजह से हुए पूरे देश पर लॉकडाउन की स्थिति में कई बदलाव आए हैं. लोगों ने घरों से निकलना बंद कर दिया है जिसकी वजह से कई दिक्कतें भी आ रहीं है, तो कई बातें अच्छी भी निकल कर आ रहीं हैं. 21 दिनों की इस संपूर्ण लॉकडाउन ने सोशल मीडिया पर लोगों को पहले से भी ज्यादा एक्टिव कर दिया है. इस दौरान लोगों ने अचानक सोशल मीडिया पर रामानंद सागर की रामायण के दोबारा प्रसारण की मांग कर दी. फिर क्या था, सरकार ने उनकी इस मांग को पूरा किया और अब दूरदर्शन के नेशनल चैनल पर 28 मार्च यानि आज से रामायण का प्रसारण दोबारा शुरू हो चुका है. लेकिन कुछ लोगों को इस फैसले से भी दिक्क्त है और इसे
सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं.

रामायण में भगवान श्रीराम का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल ने कहा कि जिन्होंने रामायण को सही तरह से समझा है उन्हें पता है कि रामायण में जो कुछ कहा गया है वो हर धर्म में लागू होता है। उन्होंने कहा कि इस कदम को धर्म से जोड़कर नहीं देखना चाहिए।
अरुण गोविल ने रामायण को सांप्रदायिक कहने वालों से कहा कि वो ऐसा कहकर वो खुद को ही नीचा दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के समय में हमें रामायण में श्रीराम के किरदार को देखते हुए उनकी तरह मर्यादा में रहना है। और इसका पालन करना चाहिए।
बता दें कि, रामानंद सागर की रामायण का प्रसारण साल 1987 में पहली बार दूरदर्शन पर हुआ था। वहीं बीआर चोपड़ा की महाभारत का प्रसारण भी साल 1988 में पहली बार दूरदर्शन पर हुआ था। रामायण और महाभारत को लोग इतने चाव से देखते थे कि सड़कों पर एक दम सन्नाटा होता था। इन धार्मिक कार्यक्रमों के प्रसारण के वक्त बाहर सड़कों का माहौल एक दम कर्फ्यू की तरह ही होता था।