
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में आज 33वें दिन भी हालात जस के तस बने हुए हैं। यहां अभी भी कर्फ्यू में किसी तरह की ढील नहीं दी गई है। जम्मू कश्मीर की यह आग आज दिल्ली तक पहुंच गई। राज्यसभा में आज जम्मू कश्मीर के हालात को लेकर चर्चा हुई।
राज्यसभा में कश्मीर मुद्दा
जम्मू कश्मीर को लेकर कांग्रेस ने आज राज्यसभा में पीएम मोदी को निशाने पर लिया। कश्मीर पर बीते दिन दिए गए पीएम मोदी के बयान को लेकर आज कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में कहा कि जम्हूरियत, कश्मीरियत की बातें सिर्फ अटलजी के मुंह से ही अच्छी लगती हैं, औरों के नहीं। दरअसल मंगलवार को पीएम मोदी ने भी अटल बिहारी वाजपेई को याद करते हुए उनके नारे से अपनी बात सबके सामने रखी थी।
आपको बता दें कि राज्यसभा में इस मुद्दे पर मानसून सेशन में दूसरी बार चर्चा हुई है। सोमवार को संगठित विपक्ष ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की थी। सरकार के चर्चा की बात मानने पर विपक्ष ने पीएम मोदी को संसद में चर्चा के दौरान शामिल रहने की मांग भी उठाई।
इससे पहले चर्चा शुरू करते हुए राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर मुद्दे पर चर्चा करवाए जाने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि दलित मुद्दे पर हमने संसद में प्रधानमंत्री का बयान नहीं सुना, उनका बयान हमें तेलंगाना में सुनने को मिला। हम मांग करते हैं कि पीएम मोदी संसद में कश्मीर और दलित मुद्दे पर बयान दें।
उन्होंने कहा कि कश्मीर से सिर्फ उसकी खूबसूरती के लिए प्यार नहीं करें, कश्मीर से उसकी जनता के लिए प्यार करें, उन लोगों और बच्चों से प्यार करें जिन्होंने प्रदर्शन में अपनी आंखें गंवाईं। गुलाब नबी आजाद ने कहा कि आतंकी, आतंकी होता है, चाहे वो कश्मीर का हो या पंजाब का या फिर आईएसआईएस का। क्शीमर के सभी लोग आतंककवाद से पीड़ित है। कई ने आंतकवाद के कारण अपनी जान गंवा दी।
वहीं राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि बुहरान वानी सड़क से ज्यादा खतरनाक इटरनेट पर था। वह जिंदा रहने से ज्यादा खतरनाक मरने के बाद हो गया है। ये जरुरी है ऐसे समय में कश्मीर की जमीन और कश्मीर के लोगों को अलग न समझा जाए। वहीं जेडीयू के सांसद शरद यादव ने कहा कि कश्मीर हमसे गुस्सा है, उसे प्यार के साथ वापस लाना चाहिए वरना इतिहास हमें माफ नहीं करेगा। राज्यसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।