
रियो डि जेनेरियो| रियो ओलिंपिक में अमेरिका के 31 साल के तैराक माइकल फेल्प्स अपने जबरदस्त प्रदर्शन के दम पर भारत को पछाड़ने वाले हैं| जी हाँ, सुनने में ये बात ज़रूर अटपटी लग रही हो लेकिन ये पूरी तरह सच है|
फेल्प्स ने मंगलवार को दो और गोल्ड मेडल जीतने के साथ ओलिंपिक में अब तक 21 गोल्ड मेडल सहित कुल 25 मेडल अपने नाम कर लिए हैं| जबकि भारत ने 1896 से अब तक हुए 30 ओलिंपिक खेलों में कुल 26 मेडल ही जीते हैं|
अगर माइकल फेल्प्स एक और मेडल जीतने में सफल होते हैं तो वह अकेले ही भारत की तरफ से 120 साल में जीते गए कुल मेडलों की बराबरी कर लेंगे| फेल्प्स दुनिया के ऐसे पहले खिलाड़ी होंगे जिनके नाम यह अनोखा रिकॉर्ड जुड़ेगा|
वहीँ, अगर दुनिया में गोल्ड जीतने वाले देशों की लिस्ट की बात करें तो ऐसे 173 देश हैं जिन्होंने माइकल फेल्प्स से कम मेडल जीते हैं| ओलंपिक खेल रहे 206 में से सिर्फ 33 देशों के पास ही फेल्प्स से ज्यादा गोल्ड मेडल हैं|
हालाँकि, फेल्प्स को यह कामयाबी आसानी से नहीं मिली| कड़ी मेहनत और मजबूत इच्छाशक्ति के दम पर ही आज वह इस मुकाम पर पहुंचे हैं| फेल्प्स ने रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने से पहले कपिंग थेरेपी का भी सहारा लिया था|
इस चीनी थेरेपी में एथलीट की पीठ और कंधे को गर्म कप के माध्यम से दागा जाता है| इस दर्दभरी थेरेपी को एथलीट अपने मसल्स ढीले करने के लिए कराते हैं| टीम इवेंट से पहले फेल्प्स ने इस थेरेपी का सेशन लिया था| इससे मसल्स को आराम मिलता है| दर्द दूर होने के साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक होता है|