
नई दिल्ली : भोपाल एनकाउंटर मामले में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वत्रंत एजेंसी द्वारा जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि भोपाल एनकाउंटर पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं, ऐसे में सरकार को इस पूरे मामले की जांच करानी चाहिए।
जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने यहां बुधवार को कहा, “मुठभेड़ को लेकर कुछ वीडियो सामने आए हैं, उससे मुठभेड़ पर सवाल खड़े होते हैं। राज्य सरकार की ओर से इस स्थिति को स्पष्ट करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच राज्य सरकार को अपने स्तर से स्वतंत्र एजेंसी से करानी चाहिए।
इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने मंगलवार को कहा था कि भोपाल मुठभेड़ ‘फेक’ है या सच में हुआ, इस मामले में संदेह है। ऐसे में घटना की पूरी जांच होनी चाहिए।
वहीँ, इस मसले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भोपाल जेल से भागे सिमी के कार्यकर्ताओं के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के मध्य प्रदेश पुलिस के दावे को बुधवार को खारिज कर दिया। ममता ने ट्वीट किया, “हम तथाकथित ‘मुठभेड़’ की कहानी से इत्तेफाक नहीं रखते। लोगों के दिमाग में कई तरह के अनुत्तरित सवाल उठ रहे हैं।”
मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जेल से फरार हुए सिमी के आठ कार्यकर्ताओं के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की घटना पर संदेह जताने को लेकर कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों को आड़े हाथ लिया है। भाजपा ने कहा है कि विपक्षी दल सुरक्षा बलों का मनोबल गिरा रहे हैं।
मध्य प्रदेश पुलिस तथा आतंकवाद रोधी दस्ते ने सोमवार सुबह भोपाल केंद्रीय कारागार से कथित तौर पर फरार हुए सिमी के आठ कार्यकर्ताओं को मुठभेड़ में मार गिराया था। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) तथा वाम दलों ने मुठभेड़ पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
ममता ने कहा, “यह सब राजनीतिक बदले की भावना के तहत किया जा रहा है। इस तरह के मुद्दों से मुझे देश की एकता व अखंडता को लेकर गंभीर चिंता होती है।”
उल्लेखनीय है कि रविवार देर रात भोपाल की केंद्रीय जेल से सिमी के आठ विचाराधीन कैदी एक प्रहरी की गला रेतकर हत्या करके और एक अन्य को बंधक बनाने के बाद फरार हो गए थे, जिन्हें कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने अचारपुरा के जंगल में मार गिराया।