पाकिस्तान और चीन अपने ही जाल में फंसे, अब फैसला लेगी सबसे बड़ी अदालत
नई दिल्ली। पाकिस्तान और चीन अब अपने ही बनाए जाल में फंसतेे नजर आ रहे हैं। बलूचिस्तान रिपब्लिकन पार्टी ने पाकिस्तानी आर्मी के तमाम जनरल के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में केस दर्ज कराने का फैसला लिया है।
पाकिस्तान और चीन की नई मुश्किल
खबरों के मुताबिक पाकिस्तानी आर्मी पर बलूचिस्तान में लगातार मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगा है। बीते छह साल में बलूचिस्तान के अलग-अलग इलाकों से एक हजार से अधिक लाशें बरामद की जा चुकी हैं। इन हत्याओं के पीछे पाकिस्तानी आर्मी का हाथ बताया जा रहा है। इसी के खिलाफ यह केस दर्ज कराने की तैयारी है।
यह भी पढ़ें : केरोसीन से चलेगी ये सुपरबाइक, स्पीड 400 Kmph और दाम सुनकर जल जाएगी दिमाग की बत्ती
Baloch Republican Party decides to file case against China at International Court of Justice.
— ANI (@ANI) September 19, 2016
इतना ही नहीं, बलूचिस्तान रिपब्लिकन पार्टी अब चीन के खिलाफ भी न्याय के लिए इंटरनेशनल कोर्ट जाएगी। खबरें हैं कि चाइना-पाकिस्तान इकाेनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) की वजह से पाकिस्तान स्थित बलूचिस्तान मुश्किल में आ जाएगा।
यह भी पढ़ें : गलती मिली तो समाजवादी परिवार को भी नहीं छोड़ूंगा
सीपीईसी के शुरू होने से बलूचिस्तान का ग्वादर पोर्ट बेकार साबित होगा। बलूचिस्तान में पाकिस्तान आर्मी के अत्याचार दुनिया के सामने आ चुके हैं। ऐसे में अगर ग्वादर पोर्ट की जरूरत खत्म हुई तो बलूच लोगों के मुश्किल बढ़ने की आशंका मजबूत हो जाएगी।
FLASH: Baloch Republican Party decides to file criminal cases against Pakistani army generals at International criminal courts.
— ANI (@ANI) September 19, 2016
खबर है कि बलूच नेता ब्रह्मदघ बुग्ती ने भारत शरण मांगने का फैसला किया है। बुग्ती जल्द ही इस आशय की फाइल भारत सरकार को भेजेंगे। पाकिस्तान के जियो न्यूज के मुताबिक भारत सरकार ब्रह्मदघ बुग्ती को शरण देने के लिए तैयार है।