पब्लिक रोड बंद करने पर दो पक्षों में जमकर मारपीट, जांच में जुटी पुलिस

REPORT– LOKESH TRIPATHI

अमेठी- केंद्र एवं राज्य दोनों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। जिसका नाजायज लाभ बीजेपी के नेता बखूबी ले रहे हैं। पूरे प्रदेश में आए दिन कहीं ना कहीं कोई न कोई बीजेपी का मामला सामने आ रहा है ऐसा ही एक मामला अमेठी जिले के संग्रामपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मड़ौली गांव में देखने को मिला है। यहां पर अमेठी के ही एक बीजेपी नेता खुद के साथ दर्जनों लोगों को लेकर दो लग्जरी गाड़ियों से अपने चहेते के घर पहुंच कर आम रास्ते को बंद करने लगे । जिसको लेकर दो पक्षों में विवाद बढ़ गया और जमकर मारपीट हुई जिसमें बाहरी लोगों को देखकर गांव वाले भड़क उठे और सब इकट्ठे हो गए। तब जाकर गरीब पीड़ित की जान बची।

अमेठी में पुलिस का भय खत्म हो चुका है और लोग स्वयं निपटने के लिए आगे बढ़ रहे हैं अपराधियों एवं नेताओं के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि एक बार से जब मन नहीं भरता तो दोबारा तिबारा एक ही दिन में पीड़ित को पीट रहे हैं और पुलिस सिर्फ मुकदमा दर्ज कर जांच करने में जुटी हुई।

दरअसल आपको बता दें कि पूरा मामला अमेठी जनपद के संग्रामपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सभा मड़ौली का है । जहां पर निवास करने वाले शिव प्रसाद पांडेय आदि का 50 वर्ष पुराना रास्ता विपक्षी सुभाष चंद्र तिवारी सुरेश हुआ रमाशंकर उर्फ महेश आदि के द्वारा बंद किया जा रहा था। जिसके समर्थन में बीजेपी नेता अनिल त्रिपाठी अपने दलबल सहित दो गाड़ियों से मौके पर जा पहुंचे और सार्वजनिक रास्ते को अवरुद्ध करने लगे । तभी विपक्षी राजकुमार पांडेय, कृष्ण कुमार पांडेय इत्यादि के मना करने पर बीजेपी नेता के तथा उनके साथ पहुंचे दबंगों ने पीड़ित के परिजनों को बुरी तरह पीट दिया । इस मारपीट में कुल्हाड़ी, डंडे तथा फावड़े से वार किया गया ।

जिसमें कई लोग घायल हो गए । जिसके बाद राजकुमार पांडेय को बेहोशी हालत में सामुदायिक स्वास्थ केंद्र संग्रामपुर पहुंचाया गया। इसके उपरांत दोनों पक्षों ने थाना संग्रामपुर में तहरीर दी जिस पर दोनों की ओर से मुकदमा दर्ज कर लिया गया। यह मामला इसके बाद भी नहीं खत्म हुआ जब पुलिस के द्वारा पीड़ित पक्ष के घायल हुए लोगों को मेडिकल कराने के लिए गौरीगंज स्थित जिला अस्पताल भेजा गया।

तभी विपक्षी सुभाष चंद्र तिवारी, सुरेश,महेश तथा बीजेपी नेता अनिल त्रिपाठी और उनके गुर्गों ने जिला अस्पताल पहुंचकर दोबारा पीड़ित पक्ष की पिटाई कर दी और जिस गाड़ी से पीड़ित पक्ष मेडिकल कराने गया था। उस मैजिक गाड़ी को भी तोड़ते हुए बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। यह सब वीडियो में आप साफ़ तौर पर देख सकते हैं कि जो व्यक्ति संतोष कुमार पांडेय मेडिकल करवाने के पहले साफ तौर पर बचा हुआ था। वह जिला अस्पताल गौरीगंज में अपने परिजनों का मेडिकल कराने के बाद वह भी दबंगों के कहर का शिकार बन गया । संतोष कुमार पांडेय ने बताया कि एसडीएम के आदेश के बावजूद भी रास्ते को यह लोग बंद कर रहे हैं।

वहीं पर इस पूरे मामले में जब अमेठी के पुलिस क्षेत्राधिकारी पीयूष कांत राय से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 10 जनवरी 2020 को थाना क्षेत्र संग्रामपुर के मंडौली गांव में एक दीवार की निर्माण को लेकर दो पक्षों में मारपीट हुई थी। जिसमें दोनों पक्षों मे जिन लोगों को चोट लगी थी उनका मेडिकल कराया गया । दोनों पक्षों से तहरीर लेकर मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया है । जिला अस्पताल गौरीगंज में मेडिकल के दौरान दोबारा हुए हमले के विषय में क्षेत्राधिकारी ने बताया की वहां से दो लोगों को सामान्य चोटों के बावजूद मेडिकल कराने के लिए जिला अस्पताल को रेफर किया गया था । लोग जब वहां पर आए और जब पट्टी करा कर वापस लौट रहे थे तभी दूसरे पक्ष के द्वारा यहां पर हल्की मारपीट हुई है और उनके वाहन को क्षतिग्रस्त किया गया है । इस संबंध में थाना गौरीगंज में भी अभियोग पंजीकृत किया गया है तथा संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है तथा सख्ती से उन से निपटा जाएगा।

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बीजेपी नेता के नाम के मामले पर पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बताया कि जो भी होगा जिसके नाम तहरीर दी गई है। क्योंकि तहरीर पीड़ित पक्ष देता है । उसके बाद उसकी विवेचना होती है जो भी तहरीर दी गई है उसके आधार पर उनके विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है । चार लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है और गौरीगंज वाले प्रकरण में तीन नामजद के साथ सात-आठ अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है। विवेचना के दौरान देखा जाएगा जो भी लोग इसमें सम्मिलित है उनके विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

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