
हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से भी जाता है। इसमें समय और काल की सटीक गणना की जाती है। पंचांग मुख्यतः पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण से मिलकर बना होता है। यहां शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, नक्षत्र, सूर्य और चंद्रमा की स्थिति, हिंदू मास और पक्ष आदि की जानकारी हासिल होती है।

विक्रम संवत – 2077, प्रमादि
शक सम्वत – 1942, शर्वरी
पूर्णिमांत – कार्तिक
अमांत – आश्विन
कृष्ण पक्ष तृतीया – 03 01:14 AM – 04 03:24 AM
कृष्ण पक्ष चतुर्थी – 04 03:24 AM – 05 05:14 AM
रोहिणी – 02 11:50 PM – 04 02:30 AM
म्रृगशीर्षा – 04 02:30 AM – 05 04:51 AM
वार-मंगलवार सूर्योदय – 6:37 AM
सूर्यास्त – 5:43 PM
चन्द्रोदय – 03 7:45 PM
चन्द्रास्त – 04 9:34 AM
राहूकाल – 2:56 PM – 4:20 PM
अभिजीत मुहूर्त – 11:48 AM – 12:32 PM
अमृत काल – 10:56 PM – 12:42 AM
ब्रह्म मुहूर्त – 05:01 AM – 05:49 AM
अमांत – आश्विन
पूर्णिमांत – कार्तिक
शक संवत – कार्तिक 12, 1942
वैदिक ऋतु – शरद
द्रिक ऋतु – हेमंत