नासा ने लूनर रोबोटिक पेलोड बनाने को 9 अमेरिकी कंपनियां चुनीं
वाशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने गुरुवार को नौ वाणिज्यिक कंपनियों से समझौता करने की घोषणा की है, जिसके तहत आगामी दशक में लूनर रोबोटिक्स लेंडर्स को विकसित किया जाएगा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, नासा चंद्रमा पर पेलोड्स भेजने के लिए व्यावसायिक रोबोटिक लेंडर्स खरीदेगी। यह मिशन अगले वर्ष की शुरुआत में ही शुरू हो सकता है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, वे कंपनियां नासा के 2.6 अरब के अनुबंध के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही हैं।
नासा के प्रशासक जिम ब्राइडेंस्टाइन ने कहा, “सीएलपीएस प्रोग्राम के तहत भेजे गए अपेक्षाकृत छोटे और सस्ते पेलोड्स के बाद और ज्यादा पारंपरिक माध्यम अपनाया जाएगा।”
सीएलपीएस का मतलब कॉमर्शियल लूनर पेलोड सर्विसेज है। अमेरिकियों को 2023 तक चांद की परिक्रमा कराने और 2020 के अंत तक उस पर मानव उतारने के लिए यह प्रयोगात्मक अंग है।
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नासा ने कहा, “ये शुरुआती कॉमर्शियल डिलीवरी मिशन अगले दशक में चंद्रमा पर मानव भेजने के लिए बनाए गए नए स्पेस सिस्टम्स के लिए सूचित करने में भी मदद करेंगे।”
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ये कंपनियां एस्ट्रोबोटिक, डीप स्पेस सिस्टम्स, फायरफ्लाई एयरोस्पेस, इनट्यूशिव मशीन्स, लॉकहीड मार्टिन, मास्टर्न स्पेस सिस्टम्स, मून एक्सप्रेस, ड्रेपर और ओर्बिट बियोंड हैं।
ऑर्बिट बियोंड के 2020 तक चंद्रमा पर अपना अंतरिक्ष यान भेज सकती है।
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