
सोशल मीडिया में राजनीती सगर्मिया तेजी से बढती हि जा रही हैं. बतादें की पार्टी के नेता एक दूसरे पर तंज कसते नहीं थक रहे हैं. वहीं सोशल मीडिया में ट्विटर का इस्तेमाल के कारन राजनीती में कुछ बड़ा बदलाव आने वाला हैं.
बतादें की ट्विटर अगले महीने से अपने प्लेटफॉर्म पर राजनीतिक विज्ञापनों पर रोक लगाने वाला है. वहीं ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बुधवार (30 अक्टूबर) को बयान जारी करते हुए कहा है की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म झूठी सूचनाओं के साथ चुनाव जीतने की कोशिश को रोकने के लिए दबाव का सामना करते हैं इसलिए ट्विटर अगले महीने से राजनीतिक विज्ञापनों पर बैन लगाएगा.
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दरअसल इस बारे में ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने अपने एकाउंट से कई सारे ट्वीट भी किए हैं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि प्लेटफॉर्म (ट्विटर) का मानना है कि राजनीतिक संदेश की पहुंच ‘अर्जित’ होनी चाहिए ना कि ‘खरीदी’ जानी चाहिए.
वहीं गौरतलब है कि इन दिनों सोशल मीडिया कंपनियों, जिनमें ट्विटर और उसकी प्रतिद्वंदी फेसबुक भी शामिल है, पर गलत जानकारी फैलाने वाले विज्ञापनों को रोकने के लिए दबाव काफी बढ़ गया है. ट्विटर पर राजनीतिक प्रचारों पर लगने वाला यह बैन 22 नवंबर से शुरू हो रहा है.