जानिए इन नेताओं की पत्नियां की कहानी , रखती हैं अजीबों – गरीब शौक…

नई दिल्ली : ई-कॉमर्स सेक्टर में मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस रिटेल जल्द ही बड़ा धमाल मचाने की तैयारी कर रही है। कंपनी अपने इस वेंचर से देश भर के पचास लाख से ज्यादा किराना कारोबारियों को अपने से जोड़ने के लिए एक प्लान तैयार किया है। लेकिन यह धमाल ऐसा ही होगा जैसे रिलांयस ने जियो को लांच करने के बाद टेलीकॉम सेक्टर में किया था।
चुनाव
बता दें की देश में रिटेल सेक्टर फिलहाल सात सौ अरब डॉलर का बाजार है। इस बाजार में फिलहाल 10 फीसदी हिस्सेदारी संगठित क्षेत्र और बाकी की हिस्सेदारी असंगठित क्षेत्र की है।
जहां मुकेश अंबानी की नजर इसी बची हुई नब्बे फीसदी पर है। इस पर छोटे किराना व्यापारियों का हिस्सा सबसे ज्यादा है। ऐसे में कंपनी का पूरा फोकस अब इन किराना व्यापारियों पर है, जिनके जरिए रिलायंस अपने उत्पाद बेचेगी।
लेकिन किराना स्टोर्स को रिलायंस सस्ते दामों पर प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन उपलब्ध कराएगी। यह मशीन जहां अन्य कंपनियां जहां 50 हजार रुपये में दे रही हैं।

वहीं रिलांयस इसे केवल 3500 रुपये में देगी। असंगठित क्षेत्र में ज्यादातर मोहल्लों में स्थित किराना दुकानों की हिस्सेदारी है। ये किराना स्टोर अपनी प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाना चाह रहे हैं जिससे डिजिटलीकरण में गति आ रही है।

बता दें की रिलायंस के पास फिलहाल अपना एक पोर्टल है, जिसके जरिए वो कपड़े व लाइफस्टाइल के उत्पाद बेचती है। रिलायंस ट्रेंड और रिलायंस ब्रांड्स से कहा गया है कि वो सभी उत्पादों को अन्य सभी वेबसाइट्स से हटाना शुरू कर दे।

लेकिन नए वेंचर के जरिए रिलायंस तीन करोड़ व्यापारियों को अपने साथ जोड़ेगी। हालांकि यह ऑनलाइन-ऑफलाइन वेंचर होगा, जिसके जरिए लोग किसी भी तरह से उत्पाद खरीद सकेंगे।  जहां रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा है कि कंपनी दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन-ऑफलाइन प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है।

देखा जाये तो  संदर्भ में अंबानी ने कहा कि हम हाइब्रिड, ऑनलाइन-टू-ऑफलाइन नए कॉमर्स प्लेटफॉर्म क्रिएशन में अपनी ग्रोथ देखते हैं। रिलायंस लोगों की जिंदगी को आसान बनाने और लघु और मध्यम उद्योगों के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के एक्सेस के लिए काम कर रहा है।’

वहीं कंपनी के सूत्रों के अनुसार रिलायंस इस नई कंपनी के लांच होने के तीन साल बाद यानी 2022 तक ई-कॉमर्स मार्केट का लीडर बन जाएगी। ई-कॉमर्स वेंचर के जरिए रिलायंस मोबाइल फोन, कंज्यूमर इलेक्ट्रोनिक्स, किराना, फल-सब्जी सहित अन्य खाने-पीने का सामान बेचेगी।

दरअसल जाहिर सी बात है कि अगर मुकेश अंबानी का सपना इतना बड़ा है, तो चुनौतियां भी बहुत होंगी। मुकेश अंबानी के लिए सबसे बड़ी चुनौती वेयरहाउस और वेंडर्स साबित हो सकती है।
ऐसा इसलिए क्योंकि अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए अंबानी को बड़े पैमाने पर वेयरहाउस खोलने होंगे ताकि सामानों की अच्छी संख्या में स्टोरेज हो सके। इतना ही नहीं, मुकेश अंबानी के लिए ग्राहकों तक समय पर सामान को पहुंचाना भी चुनौती हो सकती है। देशभर में रिलायंस के कारोबार का फैलाव होने के बावजूद प्रोडक्ट्स से जुड़े वेंडर्स जोड़ना भी अंबानी के लिए बड़ी चुनौती होगी।

 

LIVE TV