एक ब्राह्मण का बल तेज और विद्या है, एक राजा का बल उसकी सेना में है, एक वैश्य का बल उसकी दौलत में है तथा एक शूद्र का बल उसकी सेवा परायणता में है Kush TiwariJanuary 18, 2017 - 12:04 am Less than a minute