
लखनऊ: यूपी के हाथरस कांड को लेकर सियासम तेज हो गई है। मामले को लेकर सभी राजनीतिक दलों के नेता हाथरस में गैंगरेप का शिकार हुई पीडिता के परिवार से मिलने का होड़ लगी हुई है। मामले को लेकर देश में आक्रोश फैला हुआ है सभी न्याय दिलाने की बात कर रहे है। वहीं भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर भी पीड़िता के गांव बूलगढ़ी पहुंचे। चंद्रशेखर ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात के बाद पीड़ित परिवार के लिए वाई श्रेणी की सुरक्षा की मांग की।

चंद्रशेखर ने कहा कि पीड़िता के परिजनों को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी जाए या फिर वह इन्हें अपने घर ले जायेंगे। उनका कहना है कि पीड़िता के परिजन यहां सुरक्षित नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की देखरेख में इस पूरे मामलें की जांच की मांग भी की।

चंद्रशेखर ने कहा कि उन्हे यहां आने से पहले रोक दिया गया था और वह बूलगढ़ी गांव के बाहर ही डेरा जमा कर बैठ गए थे। इसके बाद प्रशासन की इजाजत मिलने पर वह पीड़िता के परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे। कार्यकर्ताओं को करीब 10 किलोमीटर दूर ही रोक दिया गया हैै। चंद्रशेखर ने कहा कि कई किलोमीटर पैदल चल कर यहां आए हैं।
इसके पहले, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने बीती 02 अक्टूबर को पीड़ित परिवार से मिलने के लिए हाथरस जाने का ऐलान करते हुए कहा था कि उनका संघर्ष तब तक चलता रहेगा जब तक कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस्तीफा नहीं दे देते और पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल जाता। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय से इस प्रकरण को संज्ञान लेने की अपील भी की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इस मामलें पर चुप्पी तोड़ कर जवाब देने की मांग की थी।