
भोपाल| कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अरुण यादव ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर हमला बोलते हुए कहा है कि आरएसएस गांधी-नेहरू को मिटाने में लगा हुआ है| उन्होनें कहा है कि संघ ने आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं दिया लेकिन आजादी के आंदोलन के प्रमुख महात्मा गांधी और पंडित जवाहर लाल नेहरू से जुड़े प्रतीकों को खत्म करने में जुटा हुआ है।
राजधानी भोपाल में पुरानी विधानसभा परिसर में स्थापित गांधी प्रतिमा को हटाने की नगर निगम और सरकार द्वारा की गई कोशिशों का विरोध करते हुए बुधवार को यादव ने संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि देश में चाहे मोदी की सरकार हो या राज्य में शिवराज की सरकार, वह संघ की मंशा के अनुरुप गांधी-नेहरू के प्रतीकों को नेस्तनाबूत कर देने में जुटी हुई है।
यादव ने कहा कि ये वे (संघ) लोग हैं, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं दिया और जिन लोगों ने आजादी की लड़ाई लड़ी उनके स्मारकों और प्रतीकों को मिटा देना चाहते हैं। दिल्ली में मोदी सरकार नेहरू के नाम से जुड़े संस्थान का नाम बदलने की कोशिश में है।
यादव ने बताया कि भोपाल में पुराने विधानसभा भवन के करीब वर्ष 1956 में महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित की गई थी, इस प्रतिमा को मंगलवार को स्थानांतरित करने का प्रयास किया गया। कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के मौके पर पहुंचकर विरोध करने के चलते निगम और सरकार की योजना कारगर रूप नहीं ले पाई। कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि गांधी प्रतिमा के समक्ष स्थाई टेंट लगाकर धरना दिया जाएगा, ताकि गांधी प्रतिमा को हटाया न जा सके।
महापौर आलोक शर्मा द्वारा प्रतिमा हटाने की कोशिश की जानकारी न होने के बयान पर यादव ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से महापौर का अनजान होना और कई सवाल खड़े करता है।
उन्होंने कहा कि सरकार पुरानी विधानसभा से गांधी की प्रतिमा इसलिए हटाना चाहती है ताकि वह स्थान एक निजी कंपनी को होटल बनाने के लिए दिया जा सके और उस होटल में सारी सुख सुविधाएं उपलब्ध हो।