पूरा किया वादा, गरीबों के खाते में लाखों डालना शुरू, शर्तें लागू
नई दिल्ली| नोटबंदी के बाद अचानक गरीबों के जनधन खाते भर गये हैं| जिनके खाते में हजार या दो हजार रुपए थे, वहां लाखों की रकम पहुँच गयी है| सरकार ने गरीबों के खाते में जमा अमीरों की इस रकम को सही ठिकाना देने के लिए नया फंडा निकाला है|
अमर उजाला के अनुसार, सरकार अब इस रकम की एफडी कराने की सोच रही है| यानी जिनके खाते में यह पैसा पहुंचा है, अब उन्हीं का हो जाएगा| सरकार ने इस फार्मूले पर काम करना भी शुरू कर दिया है|
गरीबों के जनधन खाते होंगे मालामाल
तीन दिसंबर को मुरादाबाद में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जनधन खाते में जमा पैसा गरीबों का हो जाएगा| लिहाजा इस पैसे को न तो गरीब निकालें और न ही किसी को लौटाएं|
प्रधानमंत्री ने कहा था कि सरकार इस पैसे को सही ठिकाने लगाने के लिए अपना दिमाग चला रही है| अब इस फार्मूले से यह पैसा उस गरीब का हो जाएगा, जिसके खाते में आया है| सरकार ऐसा इसलिए भी करने की इच्छुक है कि इससे ये पैसा पांच साल तक नहीं निकाला जा सकेगा और उस पैसे की निगरानी भी हो सकेगी|
प्रधानमंत्री की और से की गयी इस घोषणा पर अमल भी शुरू हो गया है| ऐसे सभी जनधन खातों की जानकारी ली जा रही है, जिनमें लाखों की रकम आई है|
सूत्रों का यह भी कहना है कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो सरकार जल्द ही इस संबंध में बड़ा ऐलान कर सकती है और गरीबों को नए साल का तोहफा दे सकती है|