
मुम्बई। धोनी की बायोपिक के लिए चला आ रहा लम्बा इंतजार अब जल्द ही खत्म होने को है। 30 सितम्बर को फिल्म अपना आगाज करेगी। सूत्रों की और आंकड़ों की माने तो कहा जा रहा है कि फिल्म बड़े-बड़े नायकों और महानायकों की फिल्मों से भी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।
लगातार कई लोग इस बात पर अपनी नकारात्मक प्रक्रिया भी दे रहे हैं कि आखिर धोनी पर क्यों फिल्म बननी चाहिए। इन सवालों के जवाब में पूर्व विकेट कीपर व बीसीसीआई की सेलेक्शन कमिटी के चेयरमैन किरण मोरे बताते हैं कि क्यों धोनी विश्व के अन्य कप्तानों से अलग हैं।
कैसे तैयार हुआ ऑनस्क्रीन धोनी
किरण ऑफस्क्रीन धोनी और ऑनस्क्रीन धोनी दोनों के अंदाज़ की ख़ास बातें बताते हैं। किरण मोरे ने ही रियल लाइफ धोनी को विकेट कीपिंग में प्रशिक्षित किया है और रील लाइफ के लिए भी सुशांत सिंह राजपूत को उन्होंने ही तैयार किया है।
फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत ने एमएस धोनी का किरदार निभाया है। एक्सपर्टस का कहना है कि उन्होंने बेहतर काम किया है। लेकिन कोई है जो यह मानता है कि ‘‘धोनी बनना आसान नहीं’’। दरअसल बीसीसीआई की सेलेक्शन कमिटी की चेयरमैन किरण मोरे का यह मानना है कि ‘‘सुशांत सिंह ने धोनी जैसा बनने की कोशिश की और शायद कारगर भी रहे होंगे, लेकिन सच तो यह है इसके लिए एक लंबा समय अंतराल बीत गया होगा उन्हें ऐसा करने में’’। क्योंकी धोनी जैसी बल्लेबाजी और विकेट कीपिंग के गुणों को सीखना आसान नहीं होता।
सुशांत के लिए ये सारी बातें एक चैलेंज की तरह थीं, इसके लिए उन्होंने 700 से भी ज्यादा हूक और हजार से भी ज्यादा हेलिकोप्टर शॉट्स लगाए। इसके अलावा उन्होंने धोनी की तरह ही फिटनेस का भी ध्यान रखा। इन सब बातों को ध्यान में रखकर और जीतोड़ मेहनत के बाद बनी है यह फिल्म ‘महेन्द्र सिंह धोनी- द अन्टोल्ड स्टोरी।
क्रिकेट में एक कहावत है कि हर अच्छा खिलाड़ी अच्छा विकेट कीपर नहीं बन सकता और हर गेंदबाज अच्छा बल्लेबाज नहीं बन सकता। आप सभी जानते हैं कि धोनी विकेट कीपर तो हैं ही और एक बेहतरीन बल्लेबाज भी हैं। यही नहीं उनके खेल की उत्कृष्टता की पराकाष्ठा तो ऐसी है कि वे दोनों ही कामों बेमिशाल हैं। उनका मुकाबला तो कई दिग्गज खिलाड़ी भी नहीं कर पाए। उनकी परफेक्ट टाइमिंग और हेलिकॉप्टर शॅाट तो जग जाहिर है।
बात दरअसल यह है कि किरण मोरे ने ही रियल लाइफ में धोनी को विकेट कीपिंग में प्रशिक्षित किया है और रील लाइफ के लिए भी सुशांत सिंह राजपूत को उन्होंने ही तैयार किया है। इसलिए उनसे बेहतर यह कौन समझेगा कि यह सफर कैसा रहा होगा।
धोनी-लंबे बालों वाले शेर
किरण मोरे बताती हैं कि धोनी से पहले क्रिकेट जगत में कोई भी खिलाड़ी लंबे बालों को नहीं रखता था। यही नहीं दुनिया का भी कोई भी खिलाड़ी ऐसा नहीं किया था। धोनी के स्टाइल ने एक नया ट्रेंड शुरू किया। उनके बड़े बाल, एकदम स्टाइलिश थे और उनका प्रदर्शन रफ एंड टफ। जब धोनी बैटिंग करते थे तो उनके बाल हिलते थे, ऐसा देख कर लोग बहुत खुश होत थे। यहीं पर उनकी छवि अलग नजर आती थी। जिससे कोई भी घायल हुए बिना रह नहीं पाता था। उससे कोई अट्रेक्ट हुए बिना रह ही नहीं सकता।