उबर ने लिया अपनी श्रमशक्ति दोगुनी करने का फैसला, लोगों को मिलेगा रोजगार

नई दिल्ली ऑनलाइन कैब मुहैया करानेवाली कंपनी उबर ने घोषणा की है कि वह बेंगलुरू और हैदराबाद के अपने कार्यालयों में उत्पाद और इंजीनियरिंग विभाग में श्रमशक्ति दोगुनी करेगी और उनकी संख्या को 500 से बढ़ाकर 1000 करेगी। कंपनी ने शुक्रवार देर रात एक बयान में कहा कि उबर इंडिया का लक्ष्य फुल स्टेक टीम की भर्तियां करना है, जिसमें प्रोडक्ट मैनेजर्स, प्रोडक्ट डिजाइनर्स, डेटा साइंटिस्ट, यूजर रिसचर्स, मोबाइल, फ्रंट-एंड और बैक-एंड इंजीनियर्स के साथ ही मशीन लर्निग (एमएल) और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) विशेषज्ञ शामिल हैं।

उबर इंडिया के प्रमुख (इंजीनियरिंग) अपूर्व दलाल ने कहा, “2018 में हमारी प्रौद्योगिकी टीम में 150 फीसदी की वृद्धि हुई और हमारा ध्यान 2019 में एक बार फिर इसे दोगुना करने पर है।”

कंपनी के मुताबिक, उसके बेंगलुरू और हैदराबाद के प्रौद्योगिकी केंद्र उसके दुनिया भर में हर किसी के लिए शहरी मोबिलिटी समाधान विकसित करने के मिशन के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।

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इस दौरान, उबर ने आरंभिक सार्वजनिक निगम (आईपीओ) लाने के लिए आवेदन दाखिल किया है। द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने शनिवार की अपनी रपट में मामले से जुड़े लोगों के हवाले से यह जानकारी दी है।

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उबर द्वारा किस दिन आईपीओ के लिए आवेदन दाखिल किया गया, इसकी जानकारी नहीं मिली है।

रपट के मुताबिक, कंपनी का हाल में ही किया गया निजी मूल्यांकन 76 अरब डॉलर था, जब कंपनी ने कार निर्माता टोयोटा को 50 करोड़ डॉलर की हिस्सेदारी बेची थी।

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