आज़मगढ़: रिजर्व बैंक का अधिकारी बनकर की जाती थी ठगी, पुलिस ने 3 को किया गिरफ्तार
आजमगढ़: जिले के शहर कोतवाली पुलिस ने रिजर्व बैंक का अधिकारी बन कर एक व्यक्ति से 22 लाख की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनके पास से नकदी, मोबाइल फोन, रजिस्टर,मुहर, बैंक चेकबुक आदि सामान बरामद किया।
शहर के बदरका मोहल्ला निवासी सुरेंद्र लाल श्रीवास्तव ने शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था कि अनिल चौधरी, विनीता शर्मा, घनश्याम राय एवं कौशल श्रीवास्तव ने फोन पर खुद को रिजर्व बैंक का अधिकारी बताते हुए जीवन बीमा पालिसी की मैच्योरिटी का 22 लाख 39 हजार रुपए कूटरचित दस्तावेज दिखाकर टैक्स जमा कराने के नाम पर अपने बैंक खाते में जमा करा लिए गए। इस मामले में पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया और अपराध शाखा के निरीक्षक नंद कुमार तिवारी विवेचना सौंपी। विवेचना के दौरान तीन आरोपियों अजय सिंह उर्फ अनिल, दीपक शर्मा, फराज सेख का नाम प्रकाश में आया। इसी दौरान पुलिस ने जरिए मुखबिर की सूचना पर शुक्रवार की देर रात रोडवेज स्थित एक होटल से उक्त तीनों आरोपियों को गिरफतर कर लिया। पुलिस ने इनके कब्जे से कुल 25780 रूपये ,15 मोबाइल, 7 रजिस्टर ,एक मोहर, चेक बुक, रेलवे टिकट तीन व आधार कार्ड, पैनकार्ड तथा मोटर साइकिल जमा करने की रसीद, विभिन्न कम्पनियों के एटीएम कार्ड आदि सामान बरामद किया।
एसपी सिटी शैलेन्द्र लाल ने बतया कि आरबीआई और इश्योरेंस कंपनी का अधिकारी बनकर ठगी करने वाले गैंग का खुलासा कर तीन आरोपियों को गिरफतार किया गया है। इनके खिलाफ जल्द ही चार्जशीट न्यायालय में प्रेरिष कर कडी से कडी सजा दिलाई जायेगी।