
आगरा में चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी के कारण वायरल बुखार, शरीर दर्द, त्वचा पर दाने, खुजली और भूख न लगने जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। मंगलवार को एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में 3,891 मरीजों का इलाज हुआ, जिनमें सबसे ज्यादा वायरल बुखार और मौसमी संक्रमण के मामले सामने आए।
मेडिसिन विभाग के डॉ. प्रभात अग्रवाल ने बताया कि उमस और पसीने से शरीर में पानी और मिनरल्स की कमी हो रही है, जिससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। उन्होंने मास्क पहनने, पर्याप्त पानी पीने, हल्का-पौष्टिक भोजन लेने और शरीर को ढककर रखने की सलाह दी।
प्रमुख लक्षण और प्रभावित विभाग
- लक्षण: वायरल बुखार, शरीर दर्द, त्वचा पर दाने, खुजली, भूख न लगना।
- प्रभावित ओपीडी विभाग:
- त्वचा रोग: 378 मरीज (दाने और खुजली की मुख्य शिकायत)
- ऑर्थोपेडिक: 363 मरीज (शरीर दर्द से संबंधित)
- ईएनटी: 254 मरीज (मौसमी संक्रमण और गले की समस्याएं)
- अन्य विभाग: सामान्य चिकित्सा (मेडिसिन) में भी मरीजों की भारी भीड़ रही।
डॉक्टरों की सलाह
- मास्क पहनें: वायरल संक्रमण से बचाव के लिए मास्क जरूरी।
- हाइड्रेशन: दिन में 2-3 लीटर पानी पिएं, ओआरएस का उपयोग करें।
- आहार: हल्का और पौष्टिक भोजन, जैसे दाल-चावल, फल और सब्जियां।
- सुरक्षा: धूप और उमस से बचने के लिए शरीर को ढकें, कपास के कपड़े पहनें।
- सतर्कता: बुखार, दाने या अन्य लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
मौसम का प्रभाव
आगरा में तापमान 34-36°C के बीच है, लेकिन उमस 80% से अधिक होने से लोग डिहाइड्रेशन और वायरल बुखार का शिकार हो रहे हैं। मौसम में बदलाव और मानसून की वापसी से वायरस सक्रिय हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया है।