घोटालों की सरकार चलाने वाले ही नोटबंदी से परेशान

अरुण जेटली का पलटवारनई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी के कैश से कैशलेस के बयान पर वित्तमंत्री अरुण जेटली का पलटवार सामने आया है।

उन्होंने कहा है कि कांग्रेस (यूपीए) के शासनकाल में दो मुद्दों पर कभी ध्‍यान नहीं दिया गया। पहला, भ्रष्‍टाचार और दूसरा कालधन।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में भ्रष्‍टाचार चरम पर था। उनकी सरकार ने भ्रष्‍टाचार के खिलाफ कदम उठाए बिना घोटालों का रिकॉर्ड बना डाला।

जेटली ने कहा कि यही वजह है कि आज जब हमारी सरकार भ्रष्‍टाचार के खिलाफ सख्‍त कदम उठा रही है तो उन्हें यह समझ ही नहीं आ रहा है।

अरुण जेटली का पलटवार

वित्तमंत्री ने दावा किया कि नोटबंदी को पूरी तरह से अमल में लाया गया है। महज तीन हफ्तों में नोटों की सारी किल्लत खत्म हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि भविष्‍य में हर तरह के ट्रांजैक्शन डिजिटल होंगे। जब ऐसा होने लगेगा तो फिर भ्रष्‍टाचार की गुंजाइश न के बराबर हो जाएगी।

उन्होंने कहा, ‘विपक्ष से मेरी अपील है कि नारेबाजी छोड़े और हमारे अभियान में शामिल हों। हम संसद में बहस को तैयार हैं।’

जेटली ने माना कि नोटबंदी के बाद ऐसी परिस्थितियां भी बन रही हैं, जिनका कुछ लोग फायदा उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को पकड़ा जाएगा, फिर कानून अपना काम करेगा।

उन्होंने कहा कि सरकार आम जनता के साथ है। सरकार आम जनता की दिक्कतों को महसूस कर रही है और इसे जल्द से जल्द निपटने की तैयारी भी युद्धस्तर पर की जा रही है।

इससे पहले यूपी के दादरी में राहुल गांधी ने कहा था कि मोदी सरकार की नोटबंदी योजना से देश में कैश से कैशलेस (गरीब) हो गया है।

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